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पढ़ें .. एक ऐसे बेबस पिता की असल कहानी, जिसके आंसू सूख चुके हैं और शरीर में सिर्फ हड्डियां बची हैं

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Published : Apr 4, 2022, 2:16 PM IST

ये एक ऐसे बेबस पिता की असल कहानी है, जो 13 माह पहले अपहृत बेटी की खबर पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने के बाद बीते 25 दिन से कलेक्टर दफ्तर के सामने भूख हड़ताल पर बैठा है. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. गजब यह है कि बेटी के अपहरण के आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. इसके बाद भी पुलिस यह बताने में नाकाम है कि उसकी बेटी अभी जिंदा है या नहीं. इस बेबस पिता के आंसू सूख चुके हैं. लगातार भूख हड़ताल पर होने से शरीर भी सूख चुका है. (Father on hunger strike for daughter) (No clue of kidnapped daughter) ( Girl kidnapped from Neemach)

Father on hunger strike for daughter
नीमच में युवती का अपहरण

नीमच। मध्यप्रदेश में दावे कितने भी किए जाएं कि यहां महिला अपराधों पर सख्ती की जा रही है. लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं दिख रहा. सीएम शिवराज ने बीते 8 मार्च को महिला दिवस पर कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. बड़ी-बड़ी बातें हुईं,. महिलाओं का अनेक प्रकार से सम्मान किया गया. लेकिन इसी दिन से अपनी बेटी को पाने के लिए एक पिता भूख हड़ताल पर बैठा है. यह बेबस पिता पुलिस और प्रशासन से पूछ रहा है कि मुझे बता दो मेरी बेटी जिंदा भी है या मर गई. मुझे न्याय दो, जब तक मुझे यह नहीं बता दें कि मेरी बेटी कहां है, मैं यहां से नहीं हिलूंगा. बेबस पिता नीमच क्लेक्टर कार्यालय परिसर में स्थित मंदिर के बाहर भूख हड़ताल पर बैठा है.

थाना प्रभारी पर रिश्वत लेने का आरोप :पिता को धरने पर बैठे करीब 25 दिन बीत चुके हैं. पुलिस प्रशासन के अधिकारी उसकी बेटी को ढूंढने में नाकाम रहे हैं. वहीं बेबस पिता संबंधित थाना प्रभारी पर भी भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं. पिता का कहना है कि थाने से मुझे गाली देकर भगा दिया गया. न्याय के लिए मैं अपनी बाइक से भोपाल गया. इसके बाद पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया, मगर मेरी बेटी को नहीं ढूंढ सके. आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया. मगर पुलिस मेरी बेटी को बरामद नहीं कर सकी. वह आरोप लगाते हैं कि थाना प्रभारी ने आरोपी से मोटी रकम ली है. इस बेबस पिता के बारे में कोई भाजपा नेता भी सुध नहीं ले रहे. वहीं, कांग्रेस ने इसे मुद्दा बना लिया है. कांग्रेस के पूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा जरूर बालिका के पिता से मिलने पहुंचे और मीडिया से बात करते हुए कहा कि बालिका के पिता को न्याय मिलना चाहिए.

युवती का 13 माह पहले अपहरण :मामला नीमच जिले के मनासा थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम आतरी बुजुर्ग का है. यहां करीब 13 माह पूर्व एक युवती का एक नाबालिग सहित चार युवकों ने अपहरण कर लिया था. घटना के कुछ दिन बाद पुलिस ने आरोपियों को तो गिरफ्तार लिया, लेकिन अब तक युवती लापता है. न्याय की मांग को लेकर युवती के परिजन कलेक्टर कार्यालय परिसर में धरने पर बैठ गए हैं. लापता युवती के पिता राकेश जोशी ने बताया कि उन्होंने 25 फरवरी को कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया था कि यदि बेटी को पुलिस ने नहीं खोजा तो वह भूख हड़ताल पर बैठेंगे. शिकायत के बाद भी उसकी बेटी नहीं मिली. इसके बाद वह महिला दिवस के दिन कलेक्टर कार्यालय परिसर स्थित मंदिर पर भूख हड़ताल पर बैठ गए.

युवती बाजार गई. फिर नहीं लौटी :पिता राकेश जोशी ने बताया कि 23 फरवरी 2021 को उनकी बेटी बाजार में सामान लेने निकली और वापस नहीं आई. 28 जनवरी 2022 को इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था. उन्होंने अपहरण का जुर्म कबूल किया, परंतु आज तक बेटी वापस घर नहीं लौटी. ना ही पुलिस ने उसे बरामद किया. पुलिस के पास जाते हैं तो वे गालियां देकर भगा देते हैं. कई बार उच्चाधिकारियों को शिकायत की गई, लेकिन कोई न्याय नहीं मिला. पिता राकेश जोशी ने बताया कि जब तक उसे उसकी बेटी वापस नहीं मिल जाती, तब तक वह भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे.

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मेरी बेटी जिंदा है या नहीं :लापता बेटी के पिता को भूख हड़ताल पर बैठने के बाद समझाने के लिए अलग अलग दिन एसडीएम ममता खेड़े, सीएसपी राकेश मोहन शुक्ला व खुद एसपी सूरज कुमार वर्मा भी आए, लेकिन सिवाय आश्वासन के कुछ नहीं मिला. लापता बेटी के पिता जोशी का कहना है कि मुझे मेरी बेटी चाहिए. भले उसकी हत्या भी कर दी गई हो तो भी मुझे इस बात का पता तो चले. पिता का कहना है कि जब चारों अपराधी पकड़े गए है तो फिर मेरी बेटी कहां है. मुझे मेरी बेटी के बारे में खुलासा चाहिए. भले वो जिंदा हो या फिर उसकी हत्या कर दी गयी हो. इस बेबस पिता की मांग है कि मनासा थाना टीआई कन्हैया लाल दांगी ओर उनके साथ आजाद मोहम्मद खान की भी जांच हो.

एसपी बोले- ढूंढने के प्रयास जारी हैं :इस मामले में नीमच एसपी सूरज कुमार वर्मा का कहना है कि हमारा प्रयास जारी है कि जल्द से जल्द बच्ची मिल जाए. इस मामले एक एसआईटी गठित की गई है. इसमें और भी अधिकारियों को शामिल किया गया है. एडीशनल एसपी व मैं खुद भी सुपरवाइज कर रहा हूं. वहीं, पीड़ित पिता को कई संगठनों का समर्थन भी मिल रहा है. कई संगठनों ने पीड़ित की बेटी की घर वापसी को लेकर हस्ताक्षर अभियान भी चलाया. वहीं, मनासा थाना प्रभारी कन्हैया लाल दांगी का कहना है आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि नेहा आरोपी रवींद्रनाथ को पसंद करती थी. घर से उसके साथ जाने के लिए निकली थी. रवींद्र ने उसे तीन दोस्तों के साथ वैन में बिठाया और भादवामाता गांव लेकर गया. यहां मंदिर परिसर में सभी ने पूरा दिन बिताया. शाम को लड़की को उसके गांव आतरीमाता छोड़ने गए, लेकिन लड़की ने मना कर दिया. वह उनके साथ वापस भादवामाता चली गई. लड़की की लास्ट लोकेशन यहीं की मिली है. इसके बाद से उसका कोई पता नहीं है.

(Father on hunger strike for daughter) (No clue of kidnapped daughter)

( Girl kidnapped from Neemach)

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