नीमच। मध्यप्रदेश में दावे कितने भी किए जाएं कि यहां महिला अपराधों पर सख्ती की जा रही है. लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं दिख रहा. सीएम शिवराज ने बीते 8 मार्च को महिला दिवस पर कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. बड़ी-बड़ी बातें हुईं,. महिलाओं का अनेक प्रकार से सम्मान किया गया. लेकिन इसी दिन से अपनी बेटी को पाने के लिए एक पिता भूख हड़ताल पर बैठा है. यह बेबस पिता पुलिस और प्रशासन से पूछ रहा है कि मुझे बता दो मेरी बेटी जिंदा भी है या मर गई. मुझे न्याय दो, जब तक मुझे यह नहीं बता दें कि मेरी बेटी कहां है, मैं यहां से नहीं हिलूंगा. बेबस पिता नीमच क्लेक्टर कार्यालय परिसर में स्थित मंदिर के बाहर भूख हड़ताल पर बैठा है.
थाना प्रभारी पर रिश्वत लेने का आरोप :पिता को धरने पर बैठे करीब 25 दिन बीत चुके हैं. पुलिस प्रशासन के अधिकारी उसकी बेटी को ढूंढने में नाकाम रहे हैं. वहीं बेबस पिता संबंधित थाना प्रभारी पर भी भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं. पिता का कहना है कि थाने से मुझे गाली देकर भगा दिया गया. न्याय के लिए मैं अपनी बाइक से भोपाल गया. इसके बाद पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया, मगर मेरी बेटी को नहीं ढूंढ सके. आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया. मगर पुलिस मेरी बेटी को बरामद नहीं कर सकी. वह आरोप लगाते हैं कि थाना प्रभारी ने आरोपी से मोटी रकम ली है. इस बेबस पिता के बारे में कोई भाजपा नेता भी सुध नहीं ले रहे. वहीं, कांग्रेस ने इसे मुद्दा बना लिया है. कांग्रेस के पूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा जरूर बालिका के पिता से मिलने पहुंचे और मीडिया से बात करते हुए कहा कि बालिका के पिता को न्याय मिलना चाहिए.
युवती का 13 माह पहले अपहरण :मामला नीमच जिले के मनासा थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम आतरी बुजुर्ग का है. यहां करीब 13 माह पूर्व एक युवती का एक नाबालिग सहित चार युवकों ने अपहरण कर लिया था. घटना के कुछ दिन बाद पुलिस ने आरोपियों को तो गिरफ्तार लिया, लेकिन अब तक युवती लापता है. न्याय की मांग को लेकर युवती के परिजन कलेक्टर कार्यालय परिसर में धरने पर बैठ गए हैं. लापता युवती के पिता राकेश जोशी ने बताया कि उन्होंने 25 फरवरी को कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया था कि यदि बेटी को पुलिस ने नहीं खोजा तो वह भूख हड़ताल पर बैठेंगे. शिकायत के बाद भी उसकी बेटी नहीं मिली. इसके बाद वह महिला दिवस के दिन कलेक्टर कार्यालय परिसर स्थित मंदिर पर भूख हड़ताल पर बैठ गए.
युवती बाजार गई. फिर नहीं लौटी :पिता राकेश जोशी ने बताया कि 23 फरवरी 2021 को उनकी बेटी बाजार में सामान लेने निकली और वापस नहीं आई. 28 जनवरी 2022 को इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था. उन्होंने अपहरण का जुर्म कबूल किया, परंतु आज तक बेटी वापस घर नहीं लौटी. ना ही पुलिस ने उसे बरामद किया. पुलिस के पास जाते हैं तो वे गालियां देकर भगा देते हैं. कई बार उच्चाधिकारियों को शिकायत की गई, लेकिन कोई न्याय नहीं मिला. पिता राकेश जोशी ने बताया कि जब तक उसे उसकी बेटी वापस नहीं मिल जाती, तब तक वह भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे.