नरसिंहपुर।मध्य प्रदेश में दीपावली के बाद मढ़ई मेलों का दौर शुरु हो जाता है. प्रदेश का आदिवासी वर्ग खास तौर पर यह पर्व बड़े धूमधाम से मनाता है. नरसिंहपुर जिले के ग्राम पंचायत झोंत में स्थित परमहंसी गंगाग आश्रम में भी हर साल मढ़ई मेले का आयोजन किया जाता है. इस बार इस आयोजन में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती भी पहुंचे.
मढ़ई मेले में आदिवासियों के बीच पहुंचे शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती, ग्वाल नृत्य का उठाया लुफ्त
नरसिंहपुर जिले के ग्राम पंचायत झोंत में आयोजित मढ़ई मेले में शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती भी पहुंचे. शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के मेले में पहुंचने से आदिवासियों का उत्साह दोगुना हो गया. शंकराचार्य ने भी आदिवासियों और ग्वालों का जमकर उत्साह वर्दन किया .
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने मेले में आदिवासियों का पारंपरिक मढ़ई नृत्य भी देखा. मढ़ई मेले में होने वाले आयोजनों में स्थानीय आदिवासी लोग बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं. शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के मेले में पहुंचने से आदिवासियों का उत्साह दोगुना हो गया. शंकराचार्य ने भी आदिवासियों और ग्वालों का जमकर उत्साह वर्दन किया .
झोतेश्वर परमहंसी गंगा आश्रम में यह आयोजन कई वर्षों से किया जा रहा है. जिसमें अहीर नृत्य मुख्य आकर्षण का केंद्र होता है. इसके अलावा भी आदिवासी लोग यहां अपने पारंपरिक नृत्य यहां करते हैं.