नरसिंहपुर। परमहंसी गंगा आश्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और केंद्रीय जल शक्ति प्रसंस्करण मंत्री प्रह्लाद पटेल ने जगद्गुरु शंकराचार्य की समाधि स्थल पर पहुंचकर उन्हें नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर सभी नेताओं ने शंकराचार्य को सच्चा देशभक्त बताया.
सच्चे देशभक्त थे शंकराचार्य :इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जगद्गुरु शंकराचार्य का जाना सनातन हिंदू धर्म की सबसे बड़ी क्षति है. इसे कभी पूर्ण नहीं किया जा सकता. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गुरु महाराज केवल आध्यात्मिक और धार्मिक गुरु नहीं थे, बल्कि वह सच्चे देशभक्त भी थे. उन्होंने आजादी की लड़ाई में भी भाग लिया और 19 महीने जेल में सजा भी काटी. उन्होंने हमेशा एक ही नारा दिया - धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो और विश्व का कल्याण हो.
सीएम ने जगद्गुरु के कार्य गिनाए :सीएम ने कहा कि जगद्गुरु शंकराचार्य ने विश्व कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित किया. उन्होंने ना केवल धर्म के लिए बल्कि जनजाति समाज के कल्याण के लिए हमेशा कार्य किए. धर्म के अलावा उन्होंने शिक्षा, चिकित्सा एवं आध्यात्मिक केंद्रों की स्थापना की. इसी तरह अन्य को सेवाओं के कार्य का संचालन किया. अयोध्या में राम मंदिर की निर्माण और गौ रक्षा के लिए हमेशा उन्होंने देश को जगाने का काम किया.