नरसिंहपुर। खाद्य परिवहन के नाम पर किस तरह लूट मची है, इसका एक और मामला सामने आया है. गोटेगांव के वेयरहाउस में 6 हजार मैट्रिक टन चना भंडारण मौजूद है. इसके बावजूद भी गाडावारा के सालेचौका से लगभग 100 किलोमीटर दूर से ट्रांसपोर्टिंग करके गोटेगांव में राशन दुकानों पर गरीबों को वितरण के लिए चना पहुंचाया जा रहा है. जिस की गुणवत्ता भी मानक के आधार पर बेहतर नहीं है. जिसमें कीड़े नजर आ रहे हैं.
खाद्य परिवहन के नाम पर मची लूट ! गोटेगांव वेयरहाउस में चना उपलब्ध होने के बावजूद अन्य जगहों से हो रहा परिवहन
नरसिंहपुर के गोटेगांव वेयरहाउस में चना भंडारण के नाम पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. गोटेगांव के वेयरहाउस में चना भंडारित होने के बावजूद, वहां से चना को दुकानों में नहीं पहुंचाया जा रहा है. बल्कि 100 किलोमीटर दूर से परिवहन कर यहां लाया जा रहा है, यही नहीं जो चना दुकानों में पहुंचाया जा रहा है, वह गुणवत्ता भी मानक के आधार पर बेहतर नहीं है.
ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि जब गोटेगांव में ही चना का भंडारण है, तो खाद विभाग 100 किलोमीटर दूर से चना का परिवहन करके गोटेगांव किस आधार पर पहुंचा रहे हैं. यह बात समझ से परे है. कहीं ना कहीं विभाग परिवहन का कार्य करने वालों को लाभ पहुंचाने के लिए यह खेल खेला जा रहा है. सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है, कि खाद विभाग के अधिकारी परिवहन करने वाले ठेकेदार से सांठगांठ की है और पूरा खेल रच कर मोटी रकम अंदर कर रहे हैं और राजस्व को नुकसान पहुंचा रहे हैं.
प्रदेश वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स कॉरपोरेशन के शाखा प्रबंधक कमलेश वाघला ने बताया कि गोटेगांव जेपीएम गोदाम और किराए के गोदामों में साल 2018 से 2020 तक जो चना खरीदी हुई है, वह आज की तारीख तक हमारे गोदामों में 6000 मैट्रिक टन स्टोर है, और जो सालेचौका से चना आ रहा है, वह नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा प्रदाय योजना के तहत हमारे पास वितरण के लिए आता है, जो लगभग 150 क्विंटल के करीब हमारे पास है. जिसके तहत वितरण राशन दुकानों पर किया जा रहा है. जहां तक ट्रांसपोर्टिंग की बात है, उसका पेमेंट नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा किया जाता है.