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वनकर्मियों-रेत माफियाओं के बीच फायरिंग में ग्रामीण की मौत, वन विभाग के 9 कर्मचारियों पर हत्या का केस

मुरैना के अमोलपुरा गांव में वन विभाग के कर्मचारियों और रेत माफियाओं के बीच हुई गोलीबारी (Firing) में 1 ग्रामीण की मौत हो गई. इस मामले में वन विभाग के 9 कर्मचारियों पर हत्या (Murder) का केस (FIR) दर्ज किया गया है.

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Published : Jun 13, 2021, 6:01 PM IST

Villager killed in firing between forest workers and sand mafia
वनकर्मियों-रेत माफियाओं के बीच फायरिंग में ग्रामीण की मौत

मुरैना। जिले में रेत माफिया और वन विभाग (Forest Department) की टीम के बीच हुई फायरिंग (Firing) में एक ग्रामीण की मौत हो गई. घटना नगरा थाना क्षेत्र के अमोलपुरा गांव की है. ग्रामीणों का आरोप है कि मृतक शौच करने गया था इस दौरान गोली लगने से उसकी मौत हुई, जबकि वन विभाग की टीम का आरोप है कि मृतक रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली छुड़ाने की कोशिश कर रहा था इस दौरान गोली लगने से उसकी मौत हुई. इस मामले में पुलिस ने वन विभाग के 9 अधिकारियों के खिलाफ हत्या (Murder) सहित कई धाराओं में केस (FIR) दर्ज कर लिया है.

परिजनों की शिकायत पर FIR

मृतक महावीर सिंह तोमर के परिजनों का आरोप है कि वो सुबह शौच करने गया था इस दौरान हुई गोलाबारी में उसकी मौत हुई है. जबकि वन विभाग (Forest Department) की टीम का कहना है कि मृतक रेत माफियाओं के साथ मिलकर ट्रैक्टर-ट्रॉली छुड़ाने की कोशिश करते हुए गोली का शिकार हुआ है. इस मामले में पुलिस ने बताया कि मृतक के बेटे की शिकायत पर वन विभाग के 9 कर्मचारियों के खिलाफ हत्या (Murder) समेत अन्य धाराओं में केस (FIR) दर्ज किया गया है. इस मामले में जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.

फायरिंग में 1 ग्रामीण की मौत

वन विभाग की गाड़ी पर किया पथराव

अमोलपुरा गांव मे महावीर सिंह तोमर की गोली लगने से हुई मौत के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए थे. इस दौरान ग्रामीणों ने वन विभाग (Forest Department) की टीम पर हमला कर दिया. इस दौरान वन विभाग की टीम को गाड़ी को मौके पर ही छोड़कर अपनी जान बचाकर भागना पड़ा. इसके बाद ग्रामीणों ने गाड़ी में तोड़फोड़ कर दी. इसके अलावा रोड से गुजर रही एक अन्य गाड़ी में भी तोड़फोड़ की गई है.

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शव रखकर किया चक्काजाम

घटना के बाद ग्रामीणों ने मृतक का शव सड़क पर रखकर अटेर रोड पर चक्काजाम कर दिया. ग्रामीणों ने मृतक के परिवार के सदस्य को नौकरी और मुआवजा देने की मांग करते हुए चक्काजाम कर दिया. मौके पर पहुंचे क्षेत्रीय विधायक और पुलिस विभाग की टीम ने करीब 2 घंटे तक ग्रामीणों को समझाइश दी. इसके बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम खत्म किया.

गांव में 5 थानों का पुलिस बल तैनात

घटना के बाद गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. मौके पर 5 थानों की पुलिस टीम को तैनात किया गया है. एसपी ललित शाक्यवार ने अमोलपुरा गांव में पोरसा थाना प्रभारी, अम्बाह थाना प्रभारी, दिमनी थाना प्रभारी, सिटी कोतवाली थाना प्रभारी, महुआ थाना प्रभारी को फोर्स के साथ तैनात कर दिया है. इस दौरान अम्बाह विधायक कमलेश जाटव, अम्बाह एसडीओपी अशोक सिंह जादौन और एसडीएम राजीव समाधिया भी मौके पर पहुंचे.

विधायक-SDOP के बीच हुई बहस

विधायक-SDOP के बीच हुई बहस

गोलीबारी (Firing) ग्रामीण की मौत की खबर सुनकर मौके पर पहुंचे क्षेत्रीय विधायक कमलेश जाटव ने अम्बाह एसडीओपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि आपके क्षेत्र के चारों थाना क्षेत्र में पुलिस की सांठगांठ से 100-100 रेत के टैक्टर चल रहे है. तभी एक ग्रामीण ने विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि विधायक भी तो पैसे लेते है. इस दौरान विधायक और एसडीओपी के बीच काफी देर तक बहस होती रही.

रेत माफिया और वन विभाग में फायरिंग: चपेट में आने से ग्रामीण की मौत, वन विभाग के 9 कर्मचारियों पर केस दर्ज

9 वन कर्मचारियों पर हत्या का केस दर्ज

  1. प्रमोद सिंह तोमर
  2. राघवेंद्र सिंह भदौरिया
  3. मनीष त्यागी
  4. विश्वनाथ सिंह चौहान
  5. आशीष उपाध्याय
  6. हेमंत राठौर
  7. जीवेश शर्मा
  8. अवधेश कुशवाहा
  9. सत्य प्रकाश

इनके खिलाफ पुलिस ने धारा 294,302,147,148,149 के तहत मामला दर्ज किया है.

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