मुरैना। विधानसभा उप चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शिता के साथ संपन्न कराने के लिए, जिले में तैनात पीठासीन और पी-1 मतदान कर्मियों का 6 दिवसीय प्रशिक्षण 11 अक्टूबर 2020 तक पोलोटेक्निक कॉलेज में आज से शुरू हुआ. यह प्रशिक्षण मंगलवार से दो पालियों में सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक और फिर 2 बजे से शाम 5 बजे तक दिया जायेगा.
वहीं प्रशिक्षण में भाग नहीं लेने वाले अधिकारी, कर्मचारी को सीधे निलंबित करने की कार्रवाई की जाएगी. ये निर्देश कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने चुनाव कार्य का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे पीठासीन एवं पी-1 अधिकारियों को दिये.
प्रशिक्षण कराने की जिम्मेदारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत तरूण भटनागर की रही. जिसमें उन्होंने बताया कि 6 अक्टूबर को प्रथम पाली में 705, द्वितीय पाली में 697, 7 अक्टूबर को प्रथम पाली में 797, द्वितीय पाली में 700, 8 अक्टूबर को प्रथम पाली में 698, द्वितीय पाली में 702, 9 अक्टूबर को प्रथम पाली में 702, द्वितीय पाली में 698, 10 अक्टूबर को प्रथम पाली में 697, द्वितीय पाली में 704 और 11 अक्टूबर को प्रथम पाली में 421 पीओ और पी-1 को प्रशिक्षण दिया.
उन्होंने बताया कि जिले में पांचों विधानसभा क्षेत्र के 7 हजार 421 पीओ और पी-1 अधिकारी लगाये जायेंगे. जिला सीईओ ने बताया कि पॉलीटेक्निक कॉलेज में कुल 17 रूमों में प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है, उन्होंने कहा कि चुनाव कार्य में गल्ती माफ नहीं होगी, जिससे समस्त पीठासीन अधिकारी, पी-1 प्रशिक्षण को एकचित होकर गंभीरता से प्राप्त करें. उन्होने कहा कि चुनाव कार्य में पीठासीन अधिकारी और पी-1 7 हजार 421 कर्मचारी लगाये जाएंगे.
इस दौरान राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स ब्यौमेश शर्मा, परियोजना अधिकारी तिलक सिंह कुशवाह ने राज्य निर्वाचन आयोग के निर्धारित बिन्दुओं पर प्रशिक्षण दिया. जिसमें ईव्हीएम, वीवीपैट सहित अन्य पीठासीन अधिकारी एवं पी-1 के महत्वपूर्ण कार्यो को समझाया गया. जिला सीईओ ने बताया कि उप निर्वाचन 2020 संपन्न कराने के लिये EVM और वीवीपैट मशीनों में छोटी से छोटी बारिकियों को समझें, समझ में नहीं आए तो 10 बार पूछें, पूछने में कोई हर्ज नहीं है. लेकिन चुनाव के दौरान गलती हुई तो माफ नहीं किया जाएगा.