मुरैना। राज्य मंत्री गिर्राज डंडौतिया लगातार चर्चा में हैं, पहले क्षेत्र भ्रमण के दौरान उनके विरोध का वीडियो वायरल हुआ था. अब क्षेत्रीय थानों में पदस्थ पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों की जानकारी मांगने की अफवाह को लेकर उन पर भेदभाव के आरोप लग रहे हैं. जिसे मंत्री ने कांग्रेस की चाल बताते हुए खारिज किया है. मंत्री का कहना है कि ये सभी आरोप बेबुनियाद हैं, जिसे राजनीति से प्रेरित होकर एक समाचार पत्र ने छापा है.
जातिगत जानकारी मांगने के आरोप को मंत्री ने किया खारिज, कहा- कांग्रेस की साजिश - morena news
मंत्री पर उनके क्षेत्र में आने वाले थानों में पदस्थ पुलिसकर्मी और अधिकारियों की जातिगत जानकारी मांगने का आरोप लगा है. जिसे मंत्री ने साजिश बताते हुए खारिज कर दिया है.
एक अखबार में ये खबर प्रकाशित हुई थी कि राज्य मंत्री अपने विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सर्जरी करने के लिए पुलिस कर्मचारियों-अधिकारियों की जानकारी जातीय आधार पर मांगी है, जबकि गिर्राज का कहना है कि उनके कार्यालय से लोगों की समस्या समाधान के लिए संबंधित क्षेत्रों में पदस्थ लोगों के नाम और फोन नंबर मांगे गए थे. लेकिन किसी भी जाति आधार पर या चुनाव संबंधी कोई भी चर्चा आज तक की है गई. इस तरह बिना आधार और बिना किसी तथ्य के कोई भी अखबार खबर प्रसारित करता है तो ये कहीं न कहीं राजनीतिक षड्यंत्र है. जो उनके खिलाफ मीडिया को मोहरा बनाकर किया जा रहा है.
अब तक इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि मंत्री ने इस तरह का कोई पत्र लिखा है या नहीं. पुलिस इस मामले में मीडिया से दूरी बनाए हुए हैं. मंत्री द्वारा मांगी गई जानकारी क्या जाति आधारित थी. इस पर पुलिस ने अब तक कोई जवाब या बयान जारी नहीं किया है. बावजूद इसके ये मैसेज मीडिया तक कैसे पहुंचा, ये पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर रहा है.