मुरैना।कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव से बचने के लिए बाजार में मास्क और सेनेटाइजर की डिमांड बढ़ने लगी है. बढ़ती मांग और आपूर्ति को पूरा करने के लिए कालाबाजारी का खेल भी शुरू हो गया है. कारोबार में केवल स्थानीय दुकानदार ही नहीं बल्कि थोक व्यापारी और निर्माता भी शामिल हैं.
मास्क और सेनेटाइजर्स की कालाबाजारी शुरू कोरोना वायरस के बचाव के लिए मास्क और सेनेटाइजर्स की कालाबाजारी की शिकायतों को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों ने मेडिकल स्टोर्स पर कार्रवाई के दौरान 5 रुपये में मिलने वाला मास्क अब 20 रुपये में मिल रहा है. वहीं 70 से 100 रुपये में मिलने वाला सेनेटाइजर 200 रुपये में खुलेआम बेचा जा रहा है.
इस पर औषधि निरीक्षक देशराज सिंह ने बताया कि बाजार में मांग के बाद भी मास्क और सेनेटाइजर उपलब्ध नहीं हो रहे हैं, इसलिए थोक व्यापारी को भी महंगे दामों में बेचना पड़ रहा है. हालांकि जांच के दौरान दुकानदारों ने सेनेटाइजर और मास्क की एक्चुअल प्राइज का बिल भी उपलब्ध नहीं कराया है, जो ना केवल ग्राहकों के साथ ठगी कर रहे हैं, बल्कि शासन को राजस्व का नुकसान भी पहुंचाया जा रहा है.
राजस्व विभाग व औषधि निरीक्षक ने शहर के 6 से अधिक मेडिकल स्टोर पर निरीक्षण कर विभिन्न कमियां पाई गई, जिसमें एक्सपायरी डेट की दवाइयां बिक्री, दस्तावेज ना होना, बिना दिल के दवाई बेचने का कारोबार पाया गया, जिस पर औषधि निरीक्षण ने सैंपल लेकर कार्रवाई की.