मुरैना। सिटी कोतवाली थाने में सिफारिश लेकर गए समाजसेवी मनोज जैन पर अभद्रता और शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज करके कोतवाली पुलिस ने हिरासत में ले लिया. वहीं इस मामले ने ऐसा तूल पकड़ा कि भाजपा नेता रात में ही कोतवाली में धरना देकर बैठ गए और सुबह होते ही भाजपा जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में एक सैकड़ा के करीब कार्यकर्ताओं ने एसपी ऑफिस का भी घेराव किया. जहां एसपी से बीजेपी नेताओं ने समाजसेवी को पकड़ने वाले पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे. लेकिन एसपी ने भाजपा नेताओं की कोई दलील स्वीकार नहीं की और बीजेपी नेताओं से 1 दिन का समय मांगा. उसके बाद पुलिस ने शासकीय कार्य में बाधा के आरोपित समाजसेवी मनोज जैन को आनन-फानन में कोर्ट में भी पेश कर दिया. जहां से जिला न्यायालय ने मनोज जैन को जेल भेज दिया है.
ये है पूरा मामला
बता दें, 2016 नोटबंदी के दौरान एक्सिस बैंक में रहे मैनेजर आशीष जैन और अन्य लोगों द्वारा पुराने नोट बदलने के मामले सामने आए थे. उस समय सिटी कोतवाली थाने में धोखाधड़ी के दो मामले दर्ज किए गए थे,जिसमें एक मामले में 4 और दूसरे में 42 आरोपी बनाये गए थे. आशीष जैन इन दोनों ही मामलों में आरोपी था, अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पा रही थी. शुक्रवार को सिटी कोतवाली थाना पुलिस ने उसको ग्वालियर से गिरफ्तार कर लिया. शहर के समाजसेवी मनोज जैन, आशीष से मिलने शुक्रवार की देर रात सिटी कोतवाली थाने पहुंचे. जहां समाजसेवी ने आरोप लगाए कि एक्सिस बैंक मैनेजर को एएसआई गंभीर सिंह दो-तीन बार पहले भी मैनेजर को पकड़ कर लाए थे, लेकिन उनसे 50-50 हजार रूपए लेकर छोड़ दिया. इसी बात पर सिटी कोतवाली थाना प्रभारी और स्टाफ से समाजसेवी मनोज जैन से बहस हुई और पुलिस ने मनोज जैन पर शासकीय कार्य में बाधा का मामला दर्ज कर लॉकअप में बंद कर दिया. यह बात पता लगते ही भाजपा जिलाध्यक्ष डॉक्टर योगेश पाल गुप्ता रात में ही अपने समर्थकों के साथ थाने में पहुंच गए और कार्रवाई का विरोध करके थाने के बाहर धरना दिया.