मुरैना।पुलिस ने शहर में एक युवक को गिरफ्तार किया है जो नकली आरक्षक बनकर मुरैना के दुकानदारों से सामान और नगदी की वसूली कर रहा था. अवैध वसूली करने वाला यह युवक छिंदवाड़ा का रहने वाला है और इसका नाम रिंकू ठाकुर उर्फ विनय उइके बताया जा रहा है. पकड़े गए आरोपी के खिलाफ दाे दुकानदारों ने 13 हजार रुपए का सामान बिना पैसे दिए वसूलने की शिकायत की थी. जिसके बाद कैलारस थाना पुलिस ने आरोपी रिंकू ठाकुर के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर उस पर कार्रवाई की जा रही है.
खाकी की चाह ने बना दिया अपराधी पुलिस के मुताबिक, जब आरोपी को गिरफ्तार किया गया तो उसने मध्य प्रदेश पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी. उसके पास एक लाल रंग की बाइक थी जिसके नंबर प्लेट पर भी पुलिस लिखा था. आरोपी पर नकली पुलिस होने का शक तब हुआ जब सिपाही की वर्दी पर पुलिस का नीले रंग के कपड़े का बैज बाएं की जगह दाएं हाथ पर लगा हुआ था. जिसके बाद पुलिस उसे पूछताछ के लिए थाने ले आई.
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- किस-किस को बनाया ठगी का शिकार
नकली सिपाही बनकर आरोपी रिंकू ठाकुर ने सबलगढ़ के एक किराना व्यापारी से 10 हजार रुपए कीमत का परचून का सामान लिया और अपना नाम आरक्षक रिंकू धाकड़ थाना कैलारस लिखाकर चला आया. आरोपी ने पहाड़गढ़ में ठगी की दूसरी वारदात को अंजाम दिया. वहां उसने एक कपड़ा दुकानदार से नकली आरक्षक बनकर 3 हजार रुपए की कीमत के कपड़े लिए और वहां से चला गया.
- पुलिस में भर्ती होने की रखता था चाह
आरोपी रिंकू ठाकुर ने पुलिस को बताया कि वह सिपाही बनने के लिए दो-तीन बार पुलिस की भर्ती में गया, लेकिन सिपाही बनने की उसकी तमन्ना पूरी नहीं हुई. जिसके बाद उसने शौक पूरा करने के लिए खुद वर्दी बनवाकर पहन ली. लोगों को ठगने के लिए वह असली सिपाहियों से दोस्ती कर उन्हें सामान खरीदने के बहाने दुकान पर ले जाता और व्यापारी से परिचय के बाद उन्हीं दुकानदारों से वर्दी के रौब में सामान ले आता रहा था.