मंदसौर। जिले में लहसुन की बंपर पैदावार किसानों के लिए मुसीबत बन गई है. कृषि उपज मंडी में करीब 60 हजार लहसुन की बोरी की आवक ने अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. वहीं किसानों ने लहसुन का भाव गिरने पर मंडी प्रशासन पर मनमानी करने का आरोप लगाया है.
लहसुन की बंपर पैदावार बनी किसानों के लिए मुसीबत, भाव गिरने पर मंडी प्रबंधन पर मनमानी का आरोप
जिले में लहसुन की बंपर पैदावार किसानों के लिए मुसीबत बन गई है. कृषि उपज मंडी में करीब 60 हजार लहसुन की बोरी की आवक ने अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. वहीं किसानों ने लहसुन का भाव गिरने पर मंडी प्रशासन पर मनमानी करने का आरोप लगाया है.
साढ़े तीन वर्ग किलोमीटर एरिया वाली मालवा की इस सबसे बड़ी मंडी के आधे से ज्यादा मैदानों में लहसुन की नई फसल बिक्री के लिए पड़ी है. आलम यह था कि मंडी क्षेत्र के तमाम मैदानों में माल की सफेद चादर बिछी हुई थी. लिहाजा प्रशासन ने मंडी में आवक को रोकने के लिए मंडी के मेन गेट बंद कर दिए थे. वहीं दूसरी ओर भारी आवक के कारण यहां व्यापारी भी पूरा माल नहीं खरीद पा रहे हैं और हजारों बोरी माल की बिक्री पेंडिंग रह रही है.
मंडी के मेन गेट के बाहर वाहनों की करीब 3 किलोमीटर लंबी लाइन लग गई है. वहीं शुक्रवार को लहसुन के दाम गिरने से किसानों में नाराजगी देखने को मिल रही है. माल बेचने आए किसानों का आरोप है कि व्यापारी मौका देखकर औने-पौने दामों में माल खरीद रहे हैं. लिहाजा उन्होंने प्रशासन से तत्काल माल की नीलामी करवाने की मांग उठाई है.