मंडला।जिले में बीते दिनों सील किए गए संगम वेयर हाउस को एक बार फिर खोल दिया गया है. जिसे EOW की तीन सदस्यीय टीम की उपस्थिति में खोला गया है. जहां सभी 61 राइस मिलर्स के द्वारा रखे गए चावल की सैंपलिंग की गई. इसके पहले भी यहां से 10 सैंपल लिए गए थे, जिसकी जांच दिल्ली से होने के बाद ये सभी गुणवत्ता हीन पाए गए थे.
EOW की उपस्थिति में खोला गया संगम वेयर हाउस पहले के सैंपल मिले गुणवत्ताहीन
बता दें कि जुलाई-अगस्त माह में केंद्रीय खाद्य जांच टीम ने जिले के चावल का सैंपल लिया था और इसे दिल्ली की कृषि विभाग की लैब में टेस्ट कराया गया था, जिसमें संगम वेयरहाउस में रखे चावल के 10 सैंपल गुणवत्ता हीन पाए गए थे. जांच टीम के द्वारा साफ कह दिया गया था कि ये अनाज इंसानों के खाने लायक नहीं है, इसके बाद मंडला जिला प्रशासन द्वारा टीम गठित कर जिले की बाकी गोदामों के सैंपल लेने के साथ ही जिन वेयरहाउस के सैंपल मानक स्तर के नहीं पाए गए थे, उन्हें सील कर दिया गया था. जिनमें संगम वेयरहाउस भी एक था.
चावल के लिए गए सैंपल
शुक्रवार को एक बार फिर से EOW की तीन सदस्यों की टीम की उपस्थिति में स्थानीय चार सदस्यों की जांच टीम जिसमें एसडीएम और तहसीलदार भी शामिल हैं. इस संगम वेयरहाउस को खोल कर यहां से सैंपल लिए है, जिसकी जानकारी देते हुए एसडीएम प्रथम कौशिक ने बताया कि पिछली बार यहां से 10 राइस मिलों के चावल का सैंपल लिया गया था, जबकि यहां 61 और राइस मिलों के चावल का भंडारण है. ऐसे में बाकी सभी के सैंपल लिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिन राइस मिलों का अनाज खराब पाया गया था, उन्हें इस अनाज को वापस ले जाने और एक सप्ताह में बदलने का आदेश दिया गया है. जिससे लाभार्थियों तक उच्च गुणवत्ता का चावल समय पर पहुंचाया जा सके.
कई अधिकारी कर्मचारी रडार पर
चावल के गुणवता हीन पाए जाने के बाद जिले के बहुत से अधिकारी कर्मचारी रडार पर हैं. वहीं EOW इस बात का पता लगाने में जुटी हुई है कि आखिर कैसे खराब स्तर का चावल पीडीएस के माध्यम से गरीब जनता की थाली तक पहुंची.