मंडला।जिले के बीजाडांडी ब्लॉक मुख्यालय के सुलखिया दवाखाने में बीते 20 दिन पहले आयुष अधिकारी पीडी गुप्ता जांच करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्हें भारी मात्रा में ऐलोपैथिक दवाइयां मिली थीं, जिसका वीडियो रिकॉर्डिंग भी किया गया था. इसके बावजदू अब तक दवाखाना संचालक अमित गुप्ता के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. दवाखाना संचालक ने अपनी दुकान फिर से खोलनी शुरु कर दी है, लेकिन प्रशासन अब तक मौन बना हुआ है.
जांच के दौरान अधिकारी ने पंचनामा बनाते हुए लिखा कि, सुलखिया दवाखाने के अंदर भारी मात्रा में ऐलोपैथिक दवाइयां मिली हैं. जिसकी लिस्टिंग शासकीय फार्मासिस्ट नितिन साहू द्वारा की जा रही है. बता दें कि, जांच अधिकारी पीडी गुप्ता ने नायब तहसीलदार कन्हैया लाल डोंगरे, डॉक्टर दिलीप अहिरवार, थाना प्रभारी सुदर्शन टुप्पो और ग्रामीणों की उपस्तिथि और वीडियो कैमरे की निगरानी में दवाखाने की सील खुलवाई गई.
दवाखाना संचालक के पास नहीं थी कोई डिग्री
जांच के दौरान पीडी गुप्ता ने ना ही दवाइयों को जब्त किया और ना ही दवाखाने को सील किया. वहीं दवाखाने के संचालक अमित सुलखिया को चाबी सौंप कर चले गए. इस पूरी कार्रवाई के दौरान दवाखाने के संचालक अमित के पास से किसी प्रकार के डॉक्टरी से सम्बंधित कोई डिग्री या डिप्लोमा नहीं मिला और ना ही इनके पास से दवाखाना चलाने का रजिस्ट्रेशन था, साथ ही उनके पास ऐलोपैथिक दवाइयां रखने का ड्रग लाइसेंस भी नहीं मिला. इन सबके बावजूद भी जांच अधिकारी पीडी गुप्ता ने दवाखाना संचालक पर कोई कार्रवाई नहीं की.