मंडला। नैनपुर तहसील में पदस्थ जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जीके जैन कुछ समय से छुट्टी पर चल रहे थे. जैसे ही जबलपुर से नैनपुर में जॉइनिंग करने पहुंचे, उन्हें कलेक्टर डॉ जगदीश चंद्र जटिया द्वारा तत्काल होम क्वारेंटाइन करने के निर्देश दिए गए क्योंकि जबलपुर रेड जोन में है.
कलेक्टर ने जनपद पंचायत सीईओ को दिए होम क्वारेंटाइन के निर्देश, चोरी छुपे निवास से भागे
जबलपुर से नैनपुर आए जनपद पंचायत सीईओ जीके जैन को कलेक्टर द्वारा होम क्वारेंटाइन करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन कुछ दिनों तक घर में रहने के बाद वह फरार हो गए.
हाल ही में जनपद पंचायत सीईओ जीके जैन जबलपुर से यात्रा करके नौकरी पर पहुंचे. कलेक्टर डॉ. जटिया को जैसे ही सूचना मिली उन्होंने एहतियात के तौर पर होम क्वारेंटाइन करने के निर्देश दिए. कलेक्टर ने सख्त निर्देश दिए थे कि बाहर से आने वाले व्यक्ति को अनिवार्य रूप से 14 दिन तक होम क्वारेंटाइन में रहना होगा. ऐसी स्थिति में उनको घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी. निर्देशों का उल्लंघन करने पर व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. साथ ही उन्हें शासकीय अस्पताल में भर्ती कराया जायेगा, लेकिन इन निर्देशों का जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जीके जैन ने पालन नहीं किया. वे कुछ दिन तो अपने घर पर रहे, लेकिन इसके बाद अचानक गायब हो गए.
आसपास के लोगों को लगा कि उनके घर का दरवाजा बाहर से बंद है, लेकिन अंदर से लाइट चालू थी, जिसकी सूचना डायल 100 को बीती रात दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा खटखटाया, तो कोई बाहर नहीं निकला, जिसके बाद पता चला कि जीके जैन आगे का दरवाजा बंद कर पीछे के रास्ते से फरार हो गए थे. फिलहाल जनपद पंचायत कहा है कि इसकी जानकारी नहीं लगी है, लेकिन जिम्मेदार पद पर रहते हुए इस तरह की लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है.