खरगोन। जिले की पवित्र नगरी मण्डलेश्वर की मां नर्मदा विहार कॉलोनी में रविवार रात सफेद सांप मिलने का मामला सामने आया है. वन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश में पहला सफेद सांप मिलने का मामला संज्ञान में आया है. उक्त सफेद सांप कॉमन करैत प्रजाति का सांप है. भारत में सफेद सांप आखिरी बार भुवनेश्वर में मिला था, मण्डलेश्वर में मिले कॉमन करैत सांप को वन्य प्राणियों का संरक्षण एवं रेस्क्यू करने वाली संस्था थैंक यू नेचर ने रेस्क्यू कर वन विभाग मण्डलेश्वर के सुपूर्द किया. वन विभाग द्वारा इसे पुन: प्राकृतिक आवास में सुरक्षित छोड़ दिया जाएगा.
थैंक यू नेचर की रेस्क्यू टीम ने किया सांप का रेस्क्यू
थैंक यू नेचर की रेस्क्यू टीम के सदस्य चेतन शिंदे को रविवार की रात करीब 8.30 बजे सूचना मिली की मण्डलेश्वर की मां नर्मदा विहार कॉलोनी के गेट पर सफेद सांप निकला है. सुचना मिलते ही संस्था का रेस्क्यू दल मौके पर पहुंचा और सांप को रेस्क्यू किया. संस्था अध्यक्ष सुशील तारे ने बताया कि यह सांप कॉमन करैत प्रजाति का है. आमतौर पर कॉमन करैत प्रजाति के सांप काले रंग के होते हैं और इन पर बारीक सफेद धारियां होती हैं. लेकिन रविवार को मिला करैत सांप पूरा सफेद रंग का था. पशु चिकित्सक डॉ. नरेंद्र डावर के अनुसार करैत सांप की प्रजाति विशेष श्रेणी या विलुप्त प्रजाति में नहीं है. यह भारत सहित निमाड़ क्षेत्र में अक्सर देखा जा सकने वाला सांप है. लेकिन इसका रंग सफेद होने के कारण इस सांप को विशेष कहा जा सकता है.
क्यूं है सफेद रंग
डॉ. डावर ने बताया सफेद सांप आस्ट्रेलिया में बहुतायत में मिलते हैं. लेकिन भारत में सफेद सांप मिलने का मुख्य कारण शरीर में मिलेनिन की कमी होने से त्वचा का रंग सफेद हो जाता है. मिलेनिन की कमी के चलते सांप और अन्य किसी भी जानवर का रंग सफेद होता है. मण्डलेश्वर में मिले करैत सांप का रंग सफेद भी मिलेनिन की कमी की वजह से है.