खरगोन। प्रदेश की कमलनाथ सरकार किसान ऋण माफी योजना के तहत किसानों को 2 लाख तक की कर्ज माफी को लेकर भले कितने ही दावे क्यों न करे, लेकिन जमीनी हकीकत देखें तो किसान का दम कर्ज के बोझ तले घुटता नजर आता है. कुछ ऐसा ही मामला खरगोन जिले में सामने आया, जहां कर्ज से परेशान किसान ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली.
कर्ज से परेशान किसान ने की आत्महत्या, खेत में पिया कीटनाशक
खरगोन जिले में कर्ज से परेशान एक किसान ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली है. परिजनों के मुताबिक किसान पर रिश्तेदारों और साहूकार का काफी कर्ज बकाया था.
खरगोन जिले के विकासखंड गोगावा के गांव बडा टांडा के एक किसान ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. इसकी जानकारी पास के खेत में काम कर रहे लोगों को लगी, तो उसे जिला चिकित्सालय लाया गया जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. हॉस्पिटल चौकी के प्रधानारक्षक तेजराम ने बताया कि बड़ा टांडा के किसान तिलु पिता रुहिया कीटनाशक दवाई पीकर खेत में गिरा हुआ था. रिश्तेदारों ने देखा तो उसे खरगोन जिला अस्पताल में लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मर्ग कायम कर मामले की सूचना गोगावा टीआई को दे दी गई है.
किसान की पत्नी गिरजा का कहना है कि तिलु पर गांव के साहूकारों सहित बैंक का कर्ज था. कर्ज माफी के कागज नहीं मिले. वहीं गांव के लोगों और रिश्तेदारों का कर्ज भी था. गांव वाले और रिश्तेदार कर्ज लौटाने के लिए परेशान कर रहे थे.