खरगोन। कहते है यदि जन्म से किसी व्यक्ति में कोई खामी हो, तो ईश्वर उसे एक ऐसा हुनर देता है. जिसके बूते वह दुनिया में एक अलग स्थान हासिल कर लेता है. ऐसे ही बड़वाह के रहने वाले दिव्यांग आयुष कुंडल भी प्रतिभा के धनी है. आयुष अपने पैरों से पेंटिंग बनाने की कला में माहिर है. आयुष ने अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन वॉल आर्ट स्टेप (Wall Art Steps) चित्रकला प्रतियोगिता में शामिल होकर प्रथम स्थान पाकर देश का नाम रोशन किया है.
आयुष ने पैरों से बनाई राधा-कृष्ण की पेंटिंग आयुष की बचपन से रीढ़ की हड्डी है कमजोर
बड़वाह के सुराणा नगर निवासी आयुष कुंडल की जन्म के बाद से ही विकारों के चलते रीढ़ की हड्डी (Spinal Cord) कमजोर रह गई थी. परिणाम यह हुआ कि वह पैरों पर खड़ा नहीं हो सकता था. हाथ भी काम नहीं करते और वह बोल भी नहीं सकता सकता है. शारीरिक कमियों के बावजूद वह अपने पैरों से पेंटिंग कर सपनों को पूरा करने का जज्बा रखता है. आयुष ने विगत दिनों गोवा में वॉल आर्ट स्टेप द्वारा आयोजित ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लिया था.
प्रतियोगिता में कई बच्चों ने लिया था हिस्सा
चित्रकला प्रतियोगिता में मध्य प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों के करीब एक हजार से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया था. जिसमें आयुष कुंडल ही दिव्यांग प्रतिभागी था. शेष सभी प्रतिभागी सामान्य थे. ऐसी परिस्थिति में भी आयुष कुंडल ने पैरों से पेंटिंग बनाकर प्रथम स्थान प्राप्त करके देश का नाम अंतराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया. दिव्यांग आयुष की मां सरोज कुंडल ने बताया कि यह वॉल आर्ट स्टेप चित्रकला प्रतियोगिता गोवा में आयोजित हुई थी.
लाइक के आधार पर हुआ विजेता का चयन
वॉल आर्ट स्टेप द्वारा आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में पेटिंग बना कर उसे सोशल मिडिया पर अपलोड करना था. प्रतियोगिता में सोशल मीडिया पर आए लाइक के आधार पर वोटिंग की गई थी. इसके आधार पर ही आयोजकों ने विजेता का चुनाव किया.
अमिताभ बच्चन ने भी की आयुष की तारीफ
पिछले साल आयुष ने सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की पेंटिंग अपने पैरों से बनाकर अपने परिजनों के साथ मुंबई स्थित अमिताभ बंगले पर उन्हें भेंट की थी. अमिताभ बच्चन उनकी कला को देखकर अभिभूत हो गए थे. आयुष की पेंटिंग को अपने घर में लगाने की बात करते हुए उनके जज्बे कला की सराहना भी की थी.