Shankaracharya Statue Unveil: ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण, CM शिवराज बोले-सनातन वैदिक संस्कृति के सर्वोच्च प्रतिमान है शंकर
आज गुरुवार को सीएम शिवराज ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ ओंकारेश्वर के मांधाता पर्वत पर आदि शंकराचार्य जी की भव्य "एकात्मता की मूर्ति" का अनावरण किया. कार्यक्रम में पूजा-अर्चना के साथ शिला पट्टिका का भी अनावरण किया गया.
खंडवा।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज गुरुवार को ओंकारेश्वर में आयोजित "एकात्मता की मूर्ति" के अनावरण कार्यक्रम में साधु संतों के साथ भव्य "अद्वैत लोक" का भूमिपूजन किया. अनावरण से पहले सीएम ने एनएचडीसी विश्राम गृह परिसर में पौधरोपण किया. उन्होंने आम का पौधा रोपा. इसके साथ ही मुख्यमंत्री तथा पूज्य संतों द्वारा वैदिक यज्ञ अनुष्ठान में आहूति दी.
सीएम शिवराज ने लिया संतों का आशीर्वाद:मुख्यमंत्री शिवराज ने ओंकारेश्वर में "एकात्मता की प्रतिमा" के अनावरण, संत समागम और अन्य कार्यक्रमों के लिए आए संतजनों से एनएचडीसी विश्राम गृह में भेंट की एवं उनका आशीर्वाद प्राप्त किया. संतों में प्रमुख रूप से स्वामी अवधेशानंद जी गिरी महाराज, परमात्मानंद जी, स्वामी स्वरूपानंद जी और स्वामी तीर्थानंद जी महाराज शामिल रहे. सीएम शिवराज ने साधु संतों की उपस्थिति में आदि गुरु शंकराचार्य जी की 108 फीट ऊंची भव्य प्रतिमा की परिक्रमा की एवं पूजा अर्चना कर चरणों में नमन किया.
आचार्य शंकर के श्रीचरणों में ही शुभता और शुभत्व:सीएम शिवराज ने कहा कि ''आदि गुरु शंकराचार्य जी के चरणों में मेरा बारंबार प्रणाम एवं आप सभी इस भव्य कार्यक्रम में पधारे इसके लिए आप सभी का हृदय से धन्यवाद. आध्यात्मिक ऊर्जा से अनुप्राणित आचार्य शंकर के श्रीचरणों में ही शुभता और शुभत्व है. संपूर्ण जगत के कल्याण का सूर्य अद्वैत के मंगलकारी विचारों में ही निहित है.''
कई दिनों से हो रहे यज्ञ और अनुष्ठान:बता दें कि यहां 17 सितंबर से यज्ञ और अनुष्ठान किये जा रहे हैं. अद्वैत लोक' नाम का एक संग्रहालय तथा आदि शंकराचार्यआचार्य शंकर अंतर्राष्ट्रीय अद्वैत वेदान्त संस्थान की स्थापना की जा रही है. इस प्रकल्प के प्रथम ऐतिहासिक चरण के रूप में आज एकात्मता की प्रतिमा का अनावरण हुआ. यह 108 फीट ऊंची बहुधातु की प्रतिमा है जिसमें आदि शंकराचार्य जी बाल स्वरूप में है. यंहा संपूर्ण निर्माण पारंपरिक भारतीय मंदिर स्थापत्य शैली में किया गया.
यह भी होगा:शंकर संग्रहालय के अंतर्गत आचार्य शंकर के जीवन दर्शन व सनातन धर्म पर विभिन्न वीथिकाएं, दीर्घाएं, लेजर लाइट वॉटर साउंड शो, आचार्य शंकर के जीवन पर फिल्म, सृष्टि नाम का अद्वैत व्याख्या केंद्र, एक अद्वैत नर्मदा विहार, अन्नक्षेत्र, शंकर कलाग्राम आदि प्रमुख आकर्षण रहेंगे. आचार्य शंकर अंतर्राष्ट्रीय अद्वैत वेदान्त संस्थान के अंतर्गत दर्शन, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान तथा कला पर केंद्रित चार शोध केंद्रों के अलावा ग्रंथालय, विस्तार केंद्र तथा एक पारंपरिक गुरुकुल भी होगा.
यह है मूर्ति की खासियत:मध्य प्रदेश में सर्वाधिक 108 फीट की बहु धातु प्रतिमा का निर्माण एलएनटी कंपनी द्वारा कराया गया है. मूर्ति हेतु बाल शंकर का चित्र मुंबई के विख्यात चित्रकार वासुदेव कामत द्वारा वर्ष 2018 में बनाया गया था. मूर्ति निर्माण हेतु वर्ष 2017-18 में संपूर्ण मध्यप्रदेश में एकात्म यात्रा निकाली गई थी, जिसके माध्यम से 27 हजार ग्राम पंचायतों से मूर्ति निर्माण हेतु धातु संग्रहण तथा जनजागरण का अभियान चलाया गया था. इस चित्र को मूर्तिकार भगवान रामपूरे ने एकात्मता की मूर्ति (Statue of Oneness) के रूप में साकार किया है. इस मूर्ति में 12 साल के आचार्य शंकर को साकार किया गया है जो लगभग 11.5 हैक्टेयर भूमि पर स्थापति की जा रही है. यह प्रतिमा 100 टन की है जिसे 88 प्रतिशत कॉपर, 4 प्रतिशत जिंक तथा 8 प्रतिशत टिन के मिश्रण से बनाया गया है. मूर्ति कुल 290 पैनल को मिलाकर जीटीक्यू चाइना द्वारा निर्मित की गयी है. मूर्ति पत्थर निर्मित 16 फीट के कमल पर स्थापित है.