कटनी। कोरोना संक्रमण के चलते हुए लॉकडाउन से तपती गर्मी में गले को तर करने वाले पेय पदार्थों का बाजार इन दिनों ठंडा पड़ा है. गन्ना रस और फलों के जूस की दुकानें खुली दिख जाती हैं, पर इन दुकानों पर सन्नाटा पसरा रहता है, केंद्र सरकार ने लॉकडाउन को लेकर जो गाइडलाइन जारी की है, जिसको लेकर प्रशासन ने फल और जूस की दुकानें खोलने की रियायत दी है, लेकिन आइसक्रीम की दुकानों के खुलने पर रोक है.
लॉकडाउन में ठंडा पड़ा शीतल पेय, खुली हैं दुकानें पर पसरा है सन्नाटा
लॉकडाउन के चलते गन्ना रस और फलों के जूस की दुकानें खुली तो हैं, पर ग्राहक ही नहीं आ रहे हैं, ऐसे में जूस की दुकान लगाने वालों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है.
फलों के जूस की दुकानें खुली तो हैं, लेकिन इसका बाजार सुस्त पड़ा है. शहर में 20 से 25 जूस की दुकानें हैं, दुकानदारों की मानें तो पहले रोजाना 1000 से 1500 रुपए तक की कमाई हो जाती थी, लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद दिन भर में 100 से 200 की कमाई भी मुश्किल हो रही है.
दुकानदारों के मुताबिक लॉकडाउन ने धंधा मंदा कर दिया है, गन्ने का जूस बेचने वाले राकेश केवट का कहना है कि गर्मी के दिनों में लोग गन्ने का जूस पीना खूब पसंद करते हैं, लेकिन कोरोना की वजह से गन्ना जूस की दुकानें बंद हैं. फिलहाल इक्का-दुक्का लोग ही गन्ने का जूस बेच रहे हैं. कमाई नहीं होने से खाने के भी लाले पड़ रहे हैं.