झाबुआ।प्रशासन द्वारा चाइनीज मांझे की खरीदी-बिक्री और उपयोग पर लगाया गया प्रतिबंध कोरा कागजी साबित हो रहा है. जिसका उदाहरण है कि झाबुआ में एक युवती चाइनीज मांझे की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गई. उसके परिजन का कहना है प्रशासन जब अपने आदेश पर अमल ही नहीं करवा सकता तो फिर इस तरह के कागजी प्रतिबंध लगाने का क्या मतलब है? वहीं उज्जैन में भाजपा दीनदयाल मंडल के कार्यालय मंत्री विष्णु की चाइना डोर से नाक और होंठ कट गया.
चाइनीज मांझे का लोग हो रहे शिकार:शहर के मारुति नगर में रहने वाली 23 साल की युवती तोषिका चौहान स्कूटी पर अपने घर से राजवाड़ा चौक की तरफ जा रही थी. इस दौरान रास्ते में अचानक उसके मुंह के सामने चाइनीज मांझा आ गया. वह कुछ समझ पाती तब तक तो उसके होठ बुरी तरह से कट गए और खून बहने लगा. ऐसे में आसपास मौजूद लोगों ने परिजन को सूचना दी. इसके बाद तोषिका को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद परिजन उसे घर ले आए. यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले पेटलावद और राणापुर क्षेत्र में भी इस तरह से चाइनीज मांझे की चपेट में आकर लोग घायल हुए, लेकिन प्रशासन ने कोई एक्शन नहीं लिया.
प्रशासन को उज्जैन से सबक लेना चाहिए:तोषिका के पिता विक्रम सिंह का कहना है कि, प्रशासन ने चाइनीज मांझे की खरीदी-बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की केवल औपचारिकता की है. जिले में एक भी कार्यवाई अब तक नहीं की गई है. मेरी बेटी के साथ गंभीर हादसा भी हो सकता था. प्रशासन को उज्जैन से सबक लेना चाहिए, वहां किस तरह से कार्यवाई की जा रही है. बता दें की उज्जैन में प्रशासन कार्रवाई तो कर रही है लेकिन फिर भी कई हादसे घट रहे हैं.