जबलपुर। शहर में मानवता के साथ- साथ कौमी एकता की मिसाल देखने मिली. जहां एक हिंदू महिला का पहले हिंदू रीति-रिवाज के तहत अर्थी सजाई गई. उसके बाद महिला की अर्थी का जनाजा निकाला गया और मुस्लिम रीति-रिवाज से कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक किया गया.
प्रभा उर्फ परवीन की कहानी
जबलपुर की प्रभा सोनकर का लगभग 35 साल पहले मंडला के एक मुस्लिम परिवार में प्रेम विवाह हुआ था. प्रभा सोनकर ने शादी के बाद धर्म परिवर्तन कर लिया था और वह परवीन बी बन गई थी. परवीन बी के शौहर का इंतकाल हो चुका है. जबलपुर के रामपुर इलाके में प्रभा अपनी बहन नरवत सोनकर के घर आई हुई थी. लेकिन तबीयत खराब होने के चलते उनका निधन हो गया .
हिंदू और मुस्लिम रीति-रिवाज से किया गया अंतिम संस्कार
प्रभा की मौत के बाद समस्या यह खड़ी हुई की प्रभा का अंतिम संस्कार किस रीति रिवाज से किया जाए. प्रभा की बहन के परिवार ने जिला प्रशासन से इस मामले में मदद मांगी. जिला प्रशासन की ओर से गरीब नवाज कमेटी के इनायत अली को इसकी जिम्मेदारी दी गई और उनका अंतिम संस्कार किया गया.