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fake remdesivir case: सरबजीत सिंह मोखा की राजदार सोनिया खत्री गिरफ्तार, बेटा फरार

नकली रेमडेसिविर (fake remdesivir) मामले में एसआईटी ने सरबजीत सिंह मोखा की राजदार सोनिया खत्री गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन नकली इंजेक्शन का सौदा करने वाला सबरजीत का बेटा अभी भी फरार है.

Sonia Khatri arrested
सोनिया खत्री गिरफ्तार

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Published : May 18, 2021, 7:40 PM IST

जबलपुर।नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन (fake Remediesvir Injection) के मामले में एसआईटी ने पिछले दिनों सिटी अस्पताल के मालीक सबरजीत सिंह मोखा को गिरफ्तार किया था. एसआईटी ने पुछताछ के बाद इस मामले में सोनिया खत्री, सबरजीत के बेटे हरकरण और पत्नी जसमीत के खिलाफ मामला दर्ज किया था. एसआईटी ने सबरजीत के बाद सबरजीत की पत्नी जसमित को गिरफ्तार किया था. इसी कड़ी में एसआईटी ने कार्रवाई करते हुए सोनिया खत्री को गिरफ्तार किया है.

  • सोनिया खत्री को किया गिरफ्तार

एसआईटी अभी इस बात की जांच कर रही है कि आखिर नकली इंजेक्शन किसे लगाए गए और यदि इंजेक्शन बच गए थे, इस सिलसिले में पुलिस ने सोनिया खत्री को गिरफ्तार किया है. सोनिया खत्री सरबजीत सिंह मोखा की निजी सहायक है और सिटी अस्पताल मैं सोनिया खत्री का बोलबाला रहता था. सरबजीत सिंह ने सोनिया खत्री को निजी सुविधाएं भी दी थी. एसआईटी ने 17 मई को सोनिया खत्री को बयान के लिए बुलाया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. सोनिया खत्री पर आरोप है कि उसने नकली इंजेक्शन नष्ट करने में मदद की है. इस मामले में अस्पताल में भर्ती एक मरीज के परिजन चश्मदीद गवाह भी हैं.

  • सबरजीत की पत्नी गिरफ्तार बेटा फरार

ऐसा माना जा रहा है कि इस पूरे नकली इंजेक्शन के कारोबार का मास्टरमाइंड हरकरण है. हरकरण सरबजीत सिंह का बेटा है और एसआईटी के सूत्रों का कहना है कि हरकरण ने ही गुजरात और इंदौर में नकली इंजेक्शन के लिए बात की थी. जबलपुर की भगवती फार्मा के सपन जैन से भी हरकरण ने ही नकली इंजेक्शन का सौदा किया था. जब इसका भंडाफोड़ हुआ, तो सरबजीत सिंह की पत्नी जसमीत और लड़के हरकरण ने ही नकली इंजेक्शन नष्ट किए. जसमीत कौर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन हरकरण अभी भी फरार है.

नकली रेमडेसिविर मामले का मुख्य आरोपी सरबजीत सिंह मोखा गिरफ्तार

  • आखिर कहां नष्ट हुए नकली इंजेक्शन?

सबरजीत ने अस्पताल का बहुत सारा रिकॉर्ड तो गायब कर दिया है. लेकिन एसआईटी को अब तक जो सबूत मिले हैं. उसमें 460 मरीजों को इंजेक्शन लगाया गया है, अब इसमें कितने लोगों को असली लगा और कितने लोगों को नकली लगा इसकी कोई जानकारी पुलिस के पास नहीं है. इंजेक्शन कहां नष्ट किए गए हैं इसकी भी कोई जानकारी पुलिस के पास नहीं है. एसआईटी के पास अभी तक जानकारी है कि केवल 500 इंजेक्शन का मामला है.

  • नकली इंजेक्शन की 4 शिकायतें

सिटी अस्पताल में अब तक जितने लोगों की मौत हुई है, उनमें से 4 शिकायतें नकली इंजेक्शन से मौत की है. शहर के अलग-अलग थानों में हुई हैं, जिनमें लोगों का आरोप है कि उनके परिजनों को नकली इंजेक्शन लगाए गए होंगे.

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  • ये है पूरा मामला

पिछले दिनों गुजरात में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में गुजरात पुलिस ने देवेश चौरसिया को गिरफ्तार करने की कोशिश की थी इसके पहले ही जबलपुर पुलिस ने देवेश चौरसिया को गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ शुरू कर दी. देवेश चौरसिया ने इस मामले में सिटी अस्पताल के मालीक सरबजीत सिंह मोखा का नाम लिया था, लेकिन पुराना बदमाश सरबजीत राजनीतिक प्रभाव का फायदा उठाकर पुलिस को गुमराह करने लगा. लेकिन सोशल मीडिया पर भारी दबाव के बाद जबलपुर पुलिस को सरबजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद जबलपुर में एसआईटी का गठन हुआ. पुलिस की इस एसआईटी ने देवेश चौरसिया को रिमांड पर लिया था और देवेश के बयान पर पुलिस ने सोनिया खत्री, सरबजीत का बेटा हरकरण और पत्नी जसमीत पर भी मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने अभी तक जसमीत कौर मोखा और सोनिया खत्री को गिरफ्तार कर लिया है. सबरजीत का बेटा हरकरण अभी भी फरार है.

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