जबलपुर। मध्य प्रदेश की संस्कारधानी कहे जाने वाले जबलपुर में देश का पहला ओशो महोत्सव आयोजित हुआ है. आज से 3 दिन तक चलने वाले ओशो महोत्सव में शामिल होने के लिए सिर्फ भारत से ही नहीं बल्कि विदेश से भी ओशो भक्त जबलपुर पहुंचे हैं.
ओशो महोत्सव का 'दमदार' आगाज, हजारों ओशो भक्त पहुंचे संस्कारधानी
ओशो महोत्सव के पहले दिन तरंग ऑडिटोरियम में उनके व्याख्यान और विचारों पर परिचर्चा के लिए लोग एकत्रित हुए. कार्यक्रम में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता मुकेश नायक, जबलपुर संभाग कमिश्नर, जबलपुर महापौर सहित ओशो के परिजन भी मौजूद रहे. 12 और 13 दिसंबर को प्रसिद्ध फिल्म डायरेक्टर सुभाष घई, सूफी गायिका रेखा भारद्वाज शामिल होंगी.
आज इस कार्यक्रम में कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मुकेश नायक शामिल हुए. उन्होंने कहा कि जबलपुर ओशो की कर्मभूमि है. ओशो को जबलपुर से हमेशा से ही लगाव रहा है. यही वजह है कि संस्कारधानी ओशो की कर्मभूमि के नाम से जानी जाती है. ऐसे में इस महोत्सव का जबलपुर से आगाज होना बहुत खुशी की बात है. वहीं मुकेश नायक ने महोत्सव के दौरान उन बाबाओं पर भी निशाना साधा जिन्होंने अपने लाखों शिष्य तो बनाये लेकिन बाद में उनपर बलात्कार के आरोप लगे.
इधर ओशो महोत्सव में छत्तीसगढ़ से आए उनके अनुयायियों ने मध्य प्रदेश सरकार के कार्यक्रम की जमकर सराहना की. साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरह से ओशो महोत्सव का आयोजन मध्य प्रदेश सरकार ने किया है. उसी प्रकार से छत्तीसगढ़ सरकार को भी इस तरह का कार्यक्रम करना चाहिए, जिससे कि ओशो भक्तों में ना सिर्फ ऊर्जा की लहर दौड़ेगी बल्कि उनके अनुयाई मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ सहित देश के सभी राज्यों में इस तरह के महोत्सव को करवाने के लिए सरकार से बात करेंगे.