जबलपुर।कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण की रोकथाम के लिए किए गए लॉकडाउन की वजह से हजारों मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं. वहीं इन सबको वापस लाने के लिए अब राज्य सरकार ने कवायद शुरू कर दी है. इसी कड़ी में बुधवार को मध्य प्रदेश सरकार की मदद से रेलवे विभाग मुंबई में फंसे करीब 1200 यात्रियों को प्रदेश वापस लेकर आई है. लेकिन इन मजदूरों को अपने जिले ने छोड़कर दूसरे जिलों को ले जाया गया.
मजदूरों को लेकर मुबंई से रवाना हुई श्रमिक ट्रेन, खंडवा- बड़वानी- खरगोन के लोग भी पहुंचे रीवा - shramik train
मुंबई से रीवा जाने वाली श्रमिक ट्रेन में खंडवा- बड़वानी- खरगोन के लोग भी आ गए, जिन्हें जाना तो था अपने जिले लेकिन अब उन्हें रीवा जाना पड़ेगा.
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बुधवार को ट्रेन के जरिए मुंबई में मजदूरी करने गए सभी लोग जबलपुर पहुंचे. ये सब लोग पिछले 40 दिनों से लॉकडाउन के कारण अपने परिवार के साथ फंसे हुए थे. दर्शल मुंबई के पनवेल से चली ट्रेन आज दोपहर जबलपुर पहुंची. खंडवा- बड़वानी- खरगोन जिले के सैकड़ों लोग ट्रेन के जरिए अपने घर वापस आना चाहते थे, लेकिन वे लोग पहले रीवा जाएगें.
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ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों से जब हमने हकीकत जानी तो उनका कहना था कि हम खंडवा-बड़वानी घर जाना चाहते थे और जब हम ट्रेन पर बैठ रहे थे तब भी हमने जानकारी मांगी कि क्या ये ट्रेन हमारे जिले जाएगी, लेकिन जैसे ही हमारा जिला आया तो पुलिस ने हमें ट्रेन से उतरने नहीं दिया. ऐसे में अब हम रीवा जाकर अपने परिवार-बच्चों के साथ रहने को मजबूर हैं.