जबलपुर। शहर के रामपुर इलाके में एक काफी पुराना शिव मंदिर है, यह ईसाई परिवार की संपत्ति है. यही कारण है कि मंदिर इस समय विवादित बना हुआ है. दरअसल कुछ हिंदुवादी नेताओं का कहना है कि ईसाई परिवार ने मंदिर पर अतिक्रमण कर रखा है. उन्होंने मंदिर को ईसाई परिवार से मंदिर को मुक्त कराने की मांग की है.
पुलिस के पहरे में की गई भगवान शिव की आराधना, जानिए पूरा मामला
जबलपुर के रामपुर इलाके में बने एक शिव मंदिर में पूजा-अर्चना कराने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. मंदिर एक ईसाई परिवार की निजी संपत्ती में बना हैं. हालांकि ईसाई परिवार आम नागरिकों को मंदिर में पूजा करने के लिए कभी मना नहीं करता. लेकिन कुछ राजनीतिक लोग इस मामले को सियासी तूल देना चाहते है.
लोग इस मंदिर में पूजा-अर्चना करने आते है, सावन माह में श्रद्धालुओं की संख्या और भी बढ़ जाती है. ईसाई परिवार को भी आम लोगों के पूजा-अर्चना करने से कोई समस्या नहीं है, लेकिन जबलपुर के एक हिंदूवादी नेता और एक बीजेपी की नेत्री ने बीते दिनों मंदिर के आसपास अतिक्रमण हटाने और इसे ईसाई परिवार से मुक्त करवाने की मांग की थी. जिस पर ईसाई परिवार ने हाईकोर्ट से मदद की गुहार लगाई थी.
हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि जो लोग विवाद कर रहे हैं वे मंदिर में ना जाएं. तो बीजेपी नेत्री ने एक सैकड़ा महिलाओं के साथ ग्वारीघाट से शिव मंदिर तक कावड़ यात्रा का आयोजन किया. मामला हाईकोर्ट में होने से पुलिस ने कावड़ यात्रा के लिए लगभग 100 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई और विवादित नेता और नेत्री को मंदिर के बाहर ही रोक दिया.