जबलपुर। मदन महल और ग्वारीघाट में रहने वाली दो महिलाओं को ह्यूमन ट्रैफिकिंग कर राजस्थान ले जाया गया था. जहां एक महिला को करीब 2 लाख 80 हजार रुपये में बेचा गया था. जबकि एक महिला को सांवला होने के चलते वापस जबलपुर भेज दिया गया था. मामले में खुलासा होने के बाद जबलपुर पुलिस ने एक महिला सहित 3 लोगों को जबलपुर में ही गिरफ्तार किया था. जबकि मुख्य आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस राजस्थान गई थी. लेकिन जबलपुर पुलिस खाली हाथ वापस लौट आई है.
पांच सदस्यीय पुलिस की टीम लौटी खाली हाथ
ह्यूमन ट्रैफिकिंग मामले में फंसे मूख्य आरोपी सुरेश कुमार और जमुना शंकर को गिरफ्तार करने पांच सदस्यीय जबलपुर पुलिस की टीम राजस्थान के बूंदी और उदयपुर गई थी. जहां दोनों ही आरोपी पुलिस के पहुंचने से पहले ही फरार हो गए, ऐसे में जबलपुर पुलिस को वापस खाली हाथ लौटना पड़ा है. हालांकि एक बार दोबारा जबलपुर पुलिस राजस्थान जाने की तैयारी कर रही है और कहा जा रहा है कि इस बार पुलिस पूरी तैयारी से जाएगी. राजस्थान के बूंदी-उदयपुर में आरोपी सुरेश कुमार और जमुना शंकर को गिरफ्तार करने गई पुलिस को जब आरोपी नहीं मिले है. लेकिन अब माना जा रहा है कि जल्द ही दोनों आरोपियों पर पुलिस ईनाम घोषित करने की तैयारी में जुट गई है.
राजस्थान से खाली हाथ लौटी जबलपुर पुलिस यह था घटनाक्रम
जबलपुर के मदन महल में रहने वाली एक महिला करीब 40 दिन बाद राजस्थान कोटा से जबलपुर आई महिला ने अपने साथ हुई आप बीती की कहानी मदन महल थाना पुलिस को बताई थी. जिसके बाद ग्वारीघाट थाना पुलिस के साथ मिलकर मदन महल थाना पुलिस ने महिला की निशानदेही पर अनिल वर्मन, ज्योति सिंह और संतोषी को गिरफ्तार करने में सफल हुई है. आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि राजस्थान के रहने वाले सुरेश सिंह ने उन्हें 2,80000 रुपये में बेचा था.