मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

किसानों के मुद्दे पर बीजेपी-कांग्रेस में तनातनी, आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी

मध्यप्रदेश में किसानों के मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने हैं. बीजेपी का कहना कि राज्य सरकार बेईमानी कर रही है और कांग्रेस का कहना कि केंद्र सरकार बेईमानी कर रही है और इन सब के बीच किसान कर्जमाफी और यूरिया की कमी के कारण किसान परेशानियों से जूझ रहे हैं.

By

Published : Dec 3, 2019, 11:44 AM IST

farmers in trouble said bjp
बीजेपी कांग्रेस

जबलपुर। बीजेपी नेता और पन्ना विधायक बृजेंद्र नाथ सिंह ने राज्य की कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाया है कि कांग्रेस ने चुनाव के दौरान वादा किया था कि अगर किसानों का कर्ज 10 दिनों में पूरा माफ नहीं हुआ, तो मुख्यमंत्री बदल दिया जाएगा. बीजेपी का कहना है कि 1 साल हो गया है और अब तक किसानों की कर्ज माफी को लेकर स्थिति साफ नहीं हो पा रही है, किसान असमंजस में हैं और वे बैंकों में डिफॉल्टर होते जा रहे हैं, वहीं सरकार अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं कर रही है.

बयान पर बयान, किसान परेशान

इस मुद्दे पर मंत्री प्रियव्रत सिंह का कहना है कि जल्द ही सारे किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा, लेकिन राज्य सरकार के पास बुनियादी जरूरतों के लिए ही पैसा नहीं है, ऐसे में मंत्री का दावा कितना कारगर होगा ये समझ में नहीं आ रहा, हालांकि प्रियव्रत सिंह ने ये बयान दिया है कि जल्द ही सेंट्रलाइज बैंकों के कृषि ऋण भी माफ किए जाएंगे.

राज्य के किसानों के सामने यूरिया का संकट खड़ा हो गया है. बीजेपी के नेताओं का आरोप है कि राज्य सरकार ने समय पर यूरिया नहीं उठाया इसकी वजह से अब प्रदेश में यूरिया की कमी हो गई है और किसानों के सामने खड़े हुए इस संकट की वजह राज्य सरकार है.

मध्यप्रदेश में बीते दिनों अतिवृष्टि की वजह से किसानों की फसलें खराब हुई थी, केंद्र सरकार ने इसके लिए एक हजार करोड़ रुपए राज्य सरकार को दिया था. बीजेपी के नेताओं का आरोप है कि राज्य सरकार ने इस पैसे का क्या उपयोग किया इस मामले में राज्य सरकार स्थिति स्पष्ट नहीं की है वहीं पीएम आवास योजना के तहत लाखों गरीबों के मकानों की मार्जिन मनी राज्य सरकार जमा नहीं कर पाई है, इसलिए इस योजना में भी लाखों लोगों का पैसा वापस हो गया है.

कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि केंद्र सरकार उनके साथ बेईमानी कर रही है और उनके हिस्से का पैसा आने नहीं दे रही है, इसलिए वे जल्द ही केंद्र के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली जाएंगे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details