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RTI एक्टिविस्ट से परेशान कर्मचारी, छावनी परिषद के बाहर किया प्रदर्शन

जबलपुर में छावनी परिषद के बाहर आरटीआई एक्टिविस्ट से परेशान होकर कर्मचारियों ने हड़ताल किया.आरटीआई एक्टिविस्ट ने एक अधिकारी के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत फर्जी मुकदमा दर्ज करवाया था.

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Published : Nov 9, 2020, 3:51 PM IST

Updated : Nov 9, 2020, 6:43 PM IST

Strike outside the cantonment council
छावनी परिषद के बाहर हड़ताल

जबलपुर।आरटीआई एक्टिविस्ट से परेशान होकर छावनी परिषद के कर्मचारियों ने हड़ताल की. करीब 5000 कर्मचारियों ने कामकाज बंद कर दिया. कर्मचारियों का आरोप है कि आरटीआई एक्टिविस्ट ने एक अधिकारी के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत फर्जी मुकदमा दर्ज करवाया है.

कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन

आरटीआई एक्टिविस्ट से परेशान हैं कर्मचारी

दरअसल छावनी परिषद में मौसम पासी नाम के एक आरटीआई एक्टिविस्ट लंबे समय से सक्रिय हैं और वे कर्मचारियों को आरटीआई के नाम पर परेशान करते हैं. कर्मचारियों का कहना है कि कई कर्मचारियों के खिलाफ उन्होंने आरटीआई से जानकारियां निकालीं, और इसके बाद उन्हें ब्लैकमेल करने लगे. 2 दिन पहले छावनी परिषद के स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के गाड़ी के सामने मौसम पासी ने अपने वाहन से एक्सीडेंट कर दिया और ठाणे में एससी एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज करवा दी. इसी घटना के बाद कर्मचारी इकट्ठा हो गए और उन्होंने काम बंद हड़ताल कर दी.

नर्स, शिक्षक, सफाई कर्मचारी सब परेशान

मौके पर जबलपुर के एडिशनल एसपी पहुंचे. तब कर्मचारियों ने उनके सामने अपनी शिकायत विस्तार से रखी, यहां पर कैंट बोर्ड के अस्पताल में नर्स, कर्मचारी, नाटक स्कूलों में काम करने वाले शिक्षक और यहां तक कि सफाई कर्मचारियों ने भी मौसम पासी की शिकायत की.

राजनीतिक संरक्षण की शिकायत

कहा जा रहा है कि कि मौसम पासी स्थानीय विधायक के संरक्षण में काम करते हैं. इसलिए पुलिस प्रशासन उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाती है. जब परेशानी हद से ज्यादा बढ़ गई तो, कैंट बोर्ड के 5000 कर्मचारी हड़ताल पर चले गए और पूरी व्यवस्था को ठप कर दिया. इन लोगों की मांग है कि जब तक मौसम पासी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती, वह काम शुरू नहीं करेंगे. कर्मचारियों की मांग है कि एससी एसटी का जो मुकदमा दर्ज किया गया है. उसकी भी पहले जांच की जाए, उसके बाद ही यह एफआईआर दर्ज की जाए, और मौसम पासी का सरकारी ऑफिसों में आना-जाना रोका जाए.

Last Updated : Nov 9, 2020, 6:43 PM IST

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