जबलपुर।बच्चों के जीवन से माता-पिता में से कोई एक भी दूर हो जाए तो ताउम्र उसे मन में एक टीस रहती है. लेकिन अगर किसी बच्चे के सिर से माता-पिता दोनों का ही साया हट जाए तो बच्चे पर क्या बीतेगी. जबलपुर के गढ़ा में रहने वाली आठ साल की मासूम के साथ मंगलवार को कुछ ऐसा ही हुआ. आठ साल की मासूम के सिर पर पहले ही उसके पिता का साया नहीं था और फिर अचानक उसकी मां का भी देहांत हो गया. हालांकि इस मामले में कहा जा रहा है कि मासूम की मां की मौत समय पर सही इलाज नहीं मिल पाने से हुई है.
मां कर रही थी मासूम का भरण-पोषण
गढ़ा स्थित त्रिपुरी चौक में रहने वाली पार्वती ठाकुर का मंगलवार को बीमारी के कारण निधन हो गया. पार्वती के पति का कुछ साल पहले ही निधन हो गया था, जिसके बाद से पार्वती एक नर्स के घर रहकर उनके बच्चों के साथ-साथ अपनी बच्ची की भी देख रेख और भरण-पोषण कर रही थी.
तीन दिन पहले अचानक बिगड़ी तबियत
जानकारी के मुताबिक पार्वती मेडिकल कॉलेज में पदस्थ एक स्टाफ नर्स के घर काम करती थी. तीन दिन पहले उसकी अचानक तबियत बिगड़ी थी, जिसके बाद उसे 108 के जरिए घर से इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में लाया गया. लेकिन यहां उनको भर्ती न करते हुए महज प्राथमिक उपचार देकर वापस घर के लिए रवाना कर दिया. जहां, उसकी दो दिन बाद मौत हो गई.