जबलपुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ खबरें वायरल हो रही हैं. जिनमें कहा जा रहा है कि, सीएए को लेकर दंगा फैलाने वाली पार्टी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया को जो फंडिंग की जा रही है, वो पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल कर रहे हैं. इस तरह की खबरों के बीच राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि इस तरह की उन्हें कोई जानकारी नहीं है.
सिब्बल के बचाव में आए विवेक तंखा जबलपुर में पशु एंबुलेंस का लोकार्पण करने पहुंचे तंखा ने कहा कि, अगर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया को कपिल सिब्बल रुपए दे रहे हैं, तो इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. जांच एजेंसी पर सवाल करते हुए राज्यसभा सांसद ने कहा कि 'कपिल सिब्बल क्यों फंडिंग करेंगे. उन्हें किसी चीज की कमी नहीं है'.
जांच एजेंसियों पर कसा तंज
उन्होंने अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि, 'मुझे नहीं मालूम कि पीएफआई प्रतिबंधित संगठन है'. साथ ही उन्होंने जांच एजेंसी पर हमला बोलते हुए कहा कि, 'जांच एजेंसी कौन होती है फैसला सुनाने वाली. जांच एजेंसी का काम होता है जांच करने का. वह अपनी जांच करें पर किसी पर उंगली ना उठाएं'.
यह है मामला
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ यूपी में हुई हिंसा के पीछे देशविरोधी ताकतों का हाथ था. जांच में पता चला है कि, हिंसा वाले इलाकों से केरल के संगठन पीएफआई का आर्थिक लेनदेन हुआ था. ईडी ने कांग्रेस के सीनियर लीडर और सुप्रीम कोर्ट के वकील कपिल सिब्बल पर सीएए विरोधी प्रोटेस्ट के लिए पीएफआई से पैसे लेने का आरोप लगाया था. इन आरोपों का खंडन कपिल सिब्बल पहले ही कर चुके हैं.
दिल्ली विधानसभा चुनाव पर तंखा का बयान
जबलपुर में हुए उपद्रव को लेकर विवेक तंखा ने कहा कि, जो भी हुआ वो बहुत ही गलत है, क्योंकि हमारा भारत शांति का देश है. दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने कहा कि, वहां का चुनाव बहुत ही रोमांचक है, क्योंकि तीन पार्टियों के बीच विधानसभा चुनाव होना है. हालांकि शहीनबाग में चल रहे धरने को राज्यसभा सांसद दिल्ली विधानसभा चुनाव जोड़कर नहीं देख रहे हैं. उनका कहना है कि, दिल्ली चुनाव लोकल मुद्दों पर लड़ा जाता है.