जबलपुर। पुलिस कर्मी बीते 70 दिनों से कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं. शहरवासियों को इस महामारी से बचाने के लिए ये खाकी के सिपाही 24 घंटे सड़कों पर तैनात रहकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं और उनसे घरों में रखने की अपील कर रहे हैं.
जागरूकता सेमिनार का आयोजन कोरोना संक्रमित पाए गए मरीजों के क्षेत्र में भी यह पुलिस कर्मी सक्रियता से तैनात हैं. हालांकि इस बीमारी की चपेट में कई पुलिसकर्मी भी आ चुके हैं. बावजूद इसके उनका हौसला बुलंद है. लगातार बढ़ रही कोरोना मरीजों की संख्या को ध्यान में रखते हुए पुलिस कर्मियों के लिए एक सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमें सीएमएचओ मनीष कुमार मिश्रा और एसपी के निर्देशन में थाना प्रभारियों और उच्च अधिकारियों को कोरोना संक्रमण के फैलने और बचने के उपायों की जानकारी दी गई.
मानस भवन में आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस महामारी से डरने की नहीं बल्कि सावधानी और सर्तकता बरतने की जरूरत है. कोराना वायरस से डैथ का प्रतिशत बहुत कम है. अधिकांश बुजुर्गों पर यह बीमारी हावी हो रही है, क्योंकि वह पहले से ही कई गम्भीर बीमारी से पीड़ित हैं.
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए साबुन से बार-बार कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोएं या हाथों को सेनिटाइजर से सेनिटाइज करें. कम से कम 1 मीटर की सामाजिक दूरी बना कर रखें. एन-95 मास्क को ज्यादा देर तक लगाने में घुटन महसूस होती है, तो कपड़े का मास्क उपयोग करें. मास्क को सामने से टच करने के बजाए साइड से पकड़कर एडजस्ट करें. अपने हाथों को चेहरे पर बिलकुल ना लगाएं. हो सके तो हाथ को साबुन और पानी से धोने के बाद चेहरे को भी साबुन पानी से धो लें. यह सब करने से संक्रमित होने की संभावना ना के बराबर रहेगी.
बाहर से घर पहुंचते ही पहने हुए कपड़ों और मास्क को कम से कम 10 मिनट तक साबुन-पानी में धोएं. धोने के बाद सुखाकर प्रेस करें, क्योंकि प्रेस करने से पहने हुए कपड़े और मास्क पर कोराना वायरस के संक्रमण का प्रभाव नष्ट हो जाता है.
जब भी घर से बाहर निकलें भरपेट नाश्ता या खाना खाकर निकलें, क्योंकि खाली पेट रहने से शरीर की रोग प्रति रोधक क्षमता घट जाती है. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने खाने-पीने के साथ कम से कम 30 मिनट शारीरिक व्यायाम और 15 मिनट प्राणायाम करें. इसके बाद भी अगर सूखी खांसी और बुखार आना, थकान होना, सांस लेने में तकलीफ होना, कमजोरी लगना जैसी समस्या आती हैं, तो यह कोरोना वायरस के लक्षण ही हैं. इसकी जांच कराकर सही समय पर इलाज करवाएं.