इंदौर: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शराब नीति में बदलाव किया था. उसके बाद विभिन्न क्षेत्रों में शराब दुकानों को लेकर रहवासी लामबंद हुए है. कई जगह पर ब्लैक मेलिंग जरिए शराब कारोबारियों को परेशान किया जा रहा है. इसी कड़ी में इंदौर के गांधीनगर थाना क्षेत्र में भी इसी तरह का विवाद सामने आया है जब हाथों में पैसे लेकर महिलाएं वाइन शॉप पर शराब लेने पहुंच गई. इनका अनूठे तरीके से विरोध किय गया. महिलाओं ने शराब दुकान के विरोध में हनुमान चालीसा का पाठ का मंचन किया. प्रशासन इस पूरे मामले को अलग ही एंगल से देख रहा है. इसमें स्थानीय नेताओं को पूरे प्रदर्शन से जोड़कर देखा जा रहा है.
शराब की दुकान का विरोध:दरअसल पूरा मामला इंदौर के गांधीनगर थाना क्षेत्र का है. इस क्षेत्र में 10 वर्षों से आबकारी विभाग अवैध तरीके से शराब की दुकान संबंधित ठेकेदार को अलर्ट कर रही है. पिछले दिनों स्थानीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा शराब दुकान से सटी एक पुरानी बिल्डिंग में महिला सिलाई केंद्र का बोर्ड टांग दिया. इसके बाद शराब दुकान को वहां से हटाने को लेकर विभिन्न तरह से प्रयास किए जा रहे हैं. स्थनीय नेताओं ने रहवासियों के साथ मिलकर कलेक्टर को शराब दुकान को हटाने को लेकर ज्ञापन दिया. आज करणी सेना के नाम पर क्षेत्रीय रहवासियों के साथ मिलकर शराब दुकान के बाहर ही जमकर प्रदर्शन किया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं भी प्रदर्शन में मौजूद थी. उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान को अनर्गल बातें कहीं तो वही हाथों में रुपए लेकर शराब की दुकान पर शराब लेने भी पहुंच गई. इनका अनोखा तरीका था.
जांच के बाद होगी कार्रवाई:इंदौर के सहायक आबकारी अधिकारी डीजी वर्मा ने कहा कि "आबकारी विभाग 10 वर्षों से इसी जगह पर दुकान संबंधित ठेकेदार को अलॉट की जा रही है. जिस महिला सिलाई केंद्र को लेकर यह पूरा प्रदर्शन किया जा रहा है उस महिला सिलाई केंद्र को पिछले दिनों ही कुछ लोगों ने यहां पर शुरू किया है. वह अभी पूरी तरीके से शुरू नहीं हुआ है. इस पूरे मामले में आगे जांच के बाद संबंधित लोगों पर कार्रवाई करने की बात भी कही है." थाना गांधीनगर के थाना प्रभारी आर डी भास्कारे ने कहा कि "क्षेत्रीय रहवासी बड़ी संख्या में शराब दुकान को वहां से हटाने के लिए पहुंचे थे. पुलिस जांच कर संबंधित कार्रवाई की जाएगी. शराब दुकान तकरीबन 10 वर्षों से अधिक समय से यहां पर मौजूद है. सिलाई केंद्र के महिला ने यह हंगाम खड़ा किया है. फिलहाल इस केंद्र में कोई काम शुरू नहीं हुआ है. उसके बाद भी क्षेत्रीय कुछ तथाकथित जन प्रतिनिधियों के द्वारा इस तरह से हंगामा किया जा रहा है."