इंदौर। संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने कोरोना से बचाव के लिए भारतीय दर्शन का अनुसरण करने की सीख दी है. शहर में कोरोना के लिए आयोजित शिक्षाविदों की बैठक के पश्चात अपने बयान में मंत्री ठाकुर ने कहा, यह मृत्यु लोक है यहां जीवन मरण यश अपयश सब पहले से निर्धारित है. इसलिए कोरोना से घबराने के बजाय भारतीय जीवन दर्शन का अनुसरण करते हुए सभी लोगों को अपनी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के प्रयास करना चाहिए.
मास्क नहीं भारतीय दर्शन ही असली 'कोरोना कवच', संस्कृति मंत्री का दिव्य ज्ञान!
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच लोगों को लगातार मास्क लगाने की सलाह दी जा रही है. ऐसे में संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर का कोरोना को लेकर दिया गया बयान चौंका देना वाला है. उन्होंने कोरोना से बचाव के लिए मास्क की नहीं, बल्कि भारतीय दर्शन का अनुसरण करने की सीख दी है.
मंत्री उषा ठाकुर
कोरोना से बचाव के बताए उपाय
उन्होंने कहा कोरोना के खिलाफ तमाम संसाधन एवं सुविधाएं राज्य सरकार के पास मौजूद हैं. इसलिए चिंता का विषय नहीं है थोड़ी बहुत जो परेशानी लोगों को हो रही है उसका भी समाधान कर लिया जाएगा. दरअसल, उषा ठाकुर खुद भी मास्क का प्रयोग नहीं करती हैं, उनका मानना है कि नित्य यज्ञ एवं अग्निहोत्र आदि से कोरोना से बचाव संभव है. उनका कहना है कि संयमित जीवनशैली और संक्रमण के प्रति सुरक्षा रखने से मास्क की भी आवश्यकता नहीं पड़ती.
Last Updated : Apr 8, 2021, 7:33 AM IST