इंदौर। लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व यानी लोकसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं. चुनाव आयोग लोगों को मतदान के प्रति जागरुक करने के लिए तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित कर रहा है. पूर्व में किए गये चुनाव आयोग के इस तरह के प्रयासों के नजीते ठीक रहे थे और मतदान में बढ़ोत्तरी हुई है. मतदाता भी जागरुक हुए हैं.
इंदौर की बात की जाए तो 2014 के आम चुनाव में वोटिंग में 12 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई थी और आंकड़ा 62 प्रतिशत रहा था. फिर साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भी मतदान 9 प्रतिशत बढ़ा और आंकड़ा 71 के लगभग पहुंच गया. निर्वाचन आयोग का कहना है कि मतदाता जागरूकता अभियान के चलते आम जनता में मतदान के प्रति जागरूकता बड़ी है. कहीं ना कहीं मतदाता जागरूकता अभियान के द्वारा आम जनता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए जागरूक हुए हैं.
आगर मालवा में लगाई जा रही चुनावी पाठशाला
आगर मालवा जिले में भी इस बार मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिये तमाम तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. चुनाव आयोग के अधिकारियों ने ईवीएम और वीवीपैट मशीनों के प्रति जागरूकता के लिये चुनावी पाठशाला का आयोजन किया. शुक्रवार को सती रोड के पास आयोजित एक कार्यक्रम के जरिए लोगों को वोट डालने और ईवीएम-वीवीपैट मशीनों के बारे में समझाया गया.