इंदौर। एक तरफ जहां कोरोना वायरस की वजह से दुनिया ठहर सी गई है तो वहीं दूसरी ओर सूने फिल्म सेट्स, बंद सिनेमा घर और घर बैठे फिल्मी सितारों के साथ बॉलीवुड भी अपने खालीपन से जूझ रहा है. पिछले महीने इस दौरान दुनिया भर में फैले बॉलीवुड के दीवाने बहुत उत्साहित थे कि वो अपने पंसदीदा सितारे की मूवी को सिनेमाघरों में जाकर देख सकेंगे, लेकिन उनका यह सपना उस समय टूट गया जब देश में लॉकडाउन 4.0 को लागू कर दिया गया, लेकिन अब लॉकडाउन 4.0 अब समाप्त होना वाला है. ऐसे में एक बार फिर लोगों के लिए सिनेमाघरों के खुलने का इंतजार है. इंदौर के कुछ सिनेमाघरों के मालिकों ने जिला प्रशासन के सामने कुछ शर्तों के साथ सिनेमाघर खोलने की इजाजत मांगी है. उन शर्तों में लगभग 12 बिंदू रखे गए हैं. जिनको लागू करके इंदौर के सिनेमाघरों को खोला जा सकता है.
इंदौर के 8 मल्टीप्लेक्स और 6 सिंगल स्क्रीन सिनेमा संचालकों ने खुद ही कुछ मानकों को तय किया है और उसकी सूची प्रशासन के पास भेजी है, जिससे शहर में सिनेमाघरों को प्रारंभ किया जा सके. लॉकडाउन के दौरान अकेले इंदौर में सिनेमाघर बंद रहने से लगभग 15 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है. इंदौर फिल्म वितरण के मामलों में सेंट्रल इंडिया का सबसे बड़ा प्रमुख केंद्र है. जिसके कारण फिल्म इंडस्ट्री में इंदौर का महत्व भी अत्यधिक माना जाता है.
हिंदी भाषी प्रदेशों में इंदौर का महत्व अधिक रहता है. यही कारण है कि हर शुक्रवार को रिलीज होने वाली फिल्म की सफलता और असफलता यहां पर रविवार तक सामने आ जाती है. फिलहाल इंदौर में 8 मल्टीप्लेक्स और 6 सिंगल स्क्रीन सिनेमाघर मौजूद हैं. लॉकडाउन के चलते इन सिनेमाघर और मल्टीप्लेक्स को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था और दिवाली तक इन्हें शुरू करने की कोई योजना नहीं दिख रही थी, लेकिन सिनेमाघरों को जल्द ही शुरू किया जा सके इसके लिए सिनेमाघरों ने खुद ही कुछ बंदिशों को लागू कर प्रशासन से इन्हें संचालित करने की अनुमति मांगने की तैयारी कर ली है.