इंदौर।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस दौरान सीएम शिवराज ने पीएम मोदी से उज्जैन महाकाल मंदिरविस्तार प्रोजेक्ट (महाकाल मंदिर कॉरिडोर) के पहले चरण के लोकार्पण के लिए अनुरोध किया, जिसके बाद पीएम मोदी ने इसको लेकर हामी का संकेत दिया है. पहले चरण का काम महाशिवरात्रि से पहले पूरा होने जा रहा है.
महाकाल मंदिर विस्तार प्रोजेक्ट पर 700 करोड़ रुपए से ज्यादा का खर्च
काशी विश्वनाथ मंदिर और अयोध्या के राम मंदिर की तरह उज्जैन के महाकाल मंदिर का वैभव बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार 700 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च कर रही है. जिसमें 421 करोड़ रुपए मध्यप्रदेश सरकार खर्च कर रही है. महाशिवरात्रि के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर का लोकार्पण कर सकते हैं. हालांकि प्रधानमंत्री मोदी की यूपी चुनाव में व्यस्तता को देखते हुए ये कार्यक्रम अभी तय नहीं हुआ है. ऐसे में अप्रैल में लोकार्पण कार्य हो सकता है. इसके अलावा पीएम इंदौर में सीएनजी प्लांट का भी वर्चुअल उद्घाटन कर सकते हैं.
रुद्रसागर पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बन रहा है ब्रिज
साल 2022 में महाशिवरात्रि पर उज्जैन का महाकाल मंदिर परिसर अपने एक अलग अंदाज में नजर आएगा. मंदिर परिसर विस्तार परियोजना का पहला चरण पूरा होने के साथ ही श्रद्धालुओं के लिए यहां कई नई सुविधाएं भी शुरू हो जाएंगी. महाकाल मंदिर में चल रहे 703 करोड़ के विस्तारीकरण प्रोजेक्ट में रुद्रसागर पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एक बड़ा ब्रिज भी बनाया जा रहा है. इस ब्रिज का डिजाइन पहली बार सामने आया है. करीब 16 करोड़ की लागत से तैयार होने वाला यह ब्रिज 210 मीटर लंबा होगा. इसके अलावा रूद्र सागर में लाइट एंड साउंड और लेजर शो भी श्रद्धालु जल्द देख सकेंगे.
दो चरणों में से पहले चरण का काम महाशिवरात्रि से पहले पूरा होने जा रहा है. CM शिवराज सिंह चौहान खुद प्रोजेक्ट का लगातार फीडबैक ले रहे हैं. दूसरा चरण 2023 के मई-जून तक पूरा करने का लक्ष्य है. इसके पूरा होने के बाद हर घंटे बिना रुकावट के एक लाख श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे.