इंदौर। स्वच्छता के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त करते हुए आखिरकार इंदौर देश का सबसे स्वच्छ शहर बनकर उभरा है. शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (president ram nath kovind) ने दिल्ली विज्ञान भवन (Delhi Vigyan Bhawan) में आयोजित समारोह में इंदौर को लगातार पांचवीं बार (number one cleanest city of india) देश का सबसे स्वच्छ शहर होने को लेकर पुरस्कृत किया है.
दरअसल आज नई दिल्ली के आवास और शहरी कार्य मंत्रालय ने आज देश में हुए इस वर्ष के स्वच्छता सर्वे के परिणाम घोषित कर दिए हैं, जिसमें इन्दौर को पुनः पांचवीं बार देश के सबसे स्वच्छ शहर होने की घोषणा की गई है. भारत के राष्ट्रपति द्वारा आज इन्दौर नगर निगम (indore municipal corporation) को देश का सबसे स्वच्छ शहर होने का पुरस्कार दिया गया है.
सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज में भी इंदौर प्रथम
इन्दौर शहर के नागरिकों की ओर से ये पुरस्कार नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह (Urban Administration Minister Bhupendra Singh), इन्दौर के सांसद शंकर लालवानी (indore mp shankar lalwani), आयुक्त नगर निगम प्रतिभा पाल द्वारा प्राप्त किया गया. पुरस्कार लेते समय संभागायुक्त इन्दौर पवन शर्मा एवं कलेक्टर इन्दौर मनीष सिंह भी उपस्थित थे. इसी प्रकार इन्दौर नगर निगम द्वारा एक और उपलब्धि हासिल करते हुए सम्पूर्ण देश में सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज में भी देश के प्रथम शहर होने का पुरस्कार प्राप्त किया.
2017 में मिला पहला अवार्ड
देश के सबसे स्वच्छ शहर होने का गौरव इंदौर को प्रथम बार वर्ष 2017 में प्राप्त हुआ था. वर्ष 2016, 2017 एवं 2018 में इन्दौर नगर निगम ने शहर के नागरिकों के सहयोग से घर-घर कचरा कलेक्शन, गीला-सूखे कचरे का पृथक्कीकरण, सेनिटेशन के तहत टॉयलेट एवं यूरिनल का निर्माण तथा गीले-सूखे कचरे के शत-प्रतिशत प्रोसेसिंग सुनिश्चित की गई थी. इन्दौर के जन प्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों, रहवासी एवं बाजार एसोसिएशन, अन्य नागरिकों, मीडिया साथियों एवं नगर निगम इन्दौर के सफाई कर्मियों तथा अन्य अधिकारियों, कर्मचारियों के सहयोग से वृहद जागरूकता अभियान इन्हीं तीन वर्षों में चलाया गया था.
घर-घर से किया कचरा कलेक्शन
इन वर्षों में ही घर-घर से कचरा कलेक्शन एवं परिवहन को लेकर विभिन्न अधोसंरचनाएं एवं प्रक्रियाएं स्थापित की गईं, ताकि शहर में स्वच्छता की आदत स्थाई रूप ले सकें. वर्ष 2018 एवं 2019 में इन्दौर नगर निगम द्वारा देवगुराड़िया स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड के पुराने पड़े, लेगेसी वेस्ट के बायो रेमेडाइजेशन पर कार्य किया. इससे देवगुराड़िया ट्रेचिंग वर्तमान में पूर्ण रूप से स्वच्छ क्षेत्र के रूप में जाना जाने लगा है.
वाटर प्लस के रूप में घोषित हुआ इंदौर
वर्ष 2020-21 में केन्द्र सरकार के स्वच्छता मापदण्डों के तहत इन्दौर नगर निगम द्वारा शहर को वाटर प्लस के रूप में प्रथम शहर का खिताब प्राप्त करने के क्षेत्र में वृहद कार्य किया गया. इन्दौर शहर वाटर प्लस के रूप में घोषित हो जाने से इसका सीधा लाभ शहरवासियों के स्वास्थ्य पर पड़ा है, क्योंकि सीवरेज का गंदा पानी का भूजल पर मिलना जहां एक ओर रूका है, वहीं दूसरी ओर घरों का एवं संस्थानों का प्रदूषित गंदा पानी भी भू-तल पर स्थित नदी-नालों एवं तालाबों में मिलना बंद हुआ है. इंदौर नगर निगम द्वारा विकसित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट्स के माध्यम से अब नदी में केवल इन प्लांट्स में उपचारित जल ही जा रहा है.
6 जीरो वेस्ट वार्ड भी घोषित
वर्ष 2020-21 में इंदौर नगर निगम एक और उपलब्धि के तहत 6 जीरो वेस्ट वार्ड भी घोषित हुए. यह कार्य निरंतर जारी है. इन्दौर नगर निगम द्वारा शहर की गंदी पड़ी बैकलेन्स में भी क्षेत्रिय नागरिकों के सहयोग से उसे साफ-सुथरा और सुंदर बनाया गया है. शहर में विभिन्न बस्तियों, चौराहों, फुटपाथों आदि पर भी वृहद सौंदर्यीकरण एवं विकास कार्य स्वच्छता के तहत किए गए.
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सफाईमित्र सुरक्षा चैलेंज के अन्तर्गत नगर पालिक निगम, इन्दौर द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण एवं सफाईमित्र सुरक्षा चैलेंज के समस्त मापदंडों के अनुरूप मेनहोल से मशीन होल का शत-प्रतिशत पालन किया एवं सफाईमित्रों को 'स्वच्छता उद्यमी योजना (SUY)' अन्तर्गत लोन उपलब्ध कराने, वर्दी, सुरक्षा गियर, किट ड्रेस, मास्क, ग्लब्स इत्यादि उपलब्ध कराए जा रहे हैं. साथ ही असंगठित सफाईमित्रों को चिह्नित कर रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है.