इंदौर। देशभर में अब तक 20, 23 और 24 कैरेट सोने के अलावा अब इंदौर समेत देश के सर्राफा बाजारों में 14, 18 और 22 कैरेट कैरेट का सोना भी बाजार में उपलब्ध होगा. दरअसल हाल ही में भारतीय मानक ब्यूरो ने हाल मार्किंग सोने की बिक्री के तीन अन्य श्रेणियों को मान्यता प्रदान की है. लिहाजा अब सोने की हाल मार्किंग ज्वैलरी 6 श्रेणी के कैरेट में बिक सकेगी.
दरअसल भारतीय मानक ब्यूरो ने सोने के ग्राहकों को हाल मार्किंग ज्वेलरी की खरीदी के अधिक विकल्प उपलब्ध कराने के लिए नई केटेगरी बढ़ाने का फैसला किया है. इससे ग्राहकों के सामने सोने की खरीदी को लेकर तीन विकल्प और खुलेंगे.
हालांकि अब तक 20 23 और 24 कैरेट की ज्वैलरी को ही भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा मान्यता दी गई थी. इस निर्णय से देश में सोने की ज्वैलरी बनाने सर्राफा व्यापारियों के पास भी हाल मार्किंग सोने की बिक्री के लिए मात्र तीन विकल्प ही मौजूद थे. इसके अलावा ग्राहक भी इन्हीं तीन श्रेणियों में सोने की खरीदी कर पता था. इसके अलावा सोने को बेचने पर भी इन्हीं 3 कैरेट के हिसाब से सोने की दरें तय की जाती थीं.
अब जबकि पूर्व से निर्धारित श्रेणियों के तीन और विकल्प उपलब्ध होने से 14, 18 और 22 कैरेट की सोने की ज्वैलरी 23 और 24 कैरेट सोने की ज्वेलरी से सस्ती होगी लिहाजा ग्राहकों को खरीदी के सुविधा अनुसार विकल्प मिल सकेंगे इधर भारतीय मानक ब्यूरो के इस फैसले के बाद इंदौर सराफा बाजार में भी सोने की ग्राहकी बढ़ने की संभावना है इसके अलावा अब मध्यप्रदेश के सर्राफा व्यापारी भी इन तीन कैरेट की नई श्रेणियों में ज्वेलरी का निर्माण कर के विक्रय कर सकेंगे.
बाजार में डिमांड कमजोर
इंदौर सराफा बाजार प्रदेश का प्रमुख सर्राफा बाजार होने के कारण यहां प्रदेश भर के ग्राहक सोने और चांदी की खरीदी करते हैं. फिलहाल कोरोना की त्रासदी के बाद बाजार खुले जिनमें शादी को लेकर खरीदी हुई है. लेकिन अब देवशयनी एकादशी के बाद सोने और चांदी की डिमांड में खासी मंदी है. सर्राफा एसोसिएशन के सचिव अविनाश शास्त्री के मुताबिक फिलहाल सभी जगह सोने और चांदी के दामों पर कोरोना की त्रासदी का असर पड़ा है. जिसके कारण सोने की कीमतें बढ़ी हैं और मांग कमजोर हुई है. इधर अंतर्राष्ट्रीय बुलियन मार्केट में भी सोने के दामों में लगातार उतार-चढ़ाव बना हुआ है. जिसका असर घरेलू बाजार की कीमतों पर भी पड़ रहा है सर्राफा कारोबारियों के अनुसार अब शादियों के मुहूर्त खत्म होने से सोने और चांदी के भाव में गिरावट रहने वाली है.