इंदौर। जिले के ग्रामीण क्षेत्र में जातिवाद के चलते एक अनुसूचित जाति के युवक को आखिरकार अपनी बारात पुलिस के पहरे में निकालनी पड़ी. बारात से पहले ही गांव में सुरक्षा इंतजाम किए गए थे, साथ ही गांव से बारात निकाले जाने के दौरान सभी बारातियों को पुलिस ने घेर रखा था, इसके बाद शादी हो सकी.
जातिवाद के चलते पुलिस के पहरे में घोड़ी चढ़ा दूल्हा, एसएसपी से मांगी थी अपनी शादी में सुरक्षा
इंदौर में जातिवाद के कारण एक दूल्हे को अपनी शादी पुलिस के पहरे में करानी पड़ी. युवक की शिकायत थी कि उसके भाई की शादी में गांव के सवर्णों ने दूल्हे को मंदिर में नहीं घुसने दिया था और इसको लेकर विवाद भी हुआ था, इसी डर से युवक ने एसएसपी रुचिवर्धन मिश्रा से खुद की शादी में पुलिस सुरक्षा मांगी थी.
इंदौर के शिप्रा थाना इलाके में थोड़ी गांव में दीपक परमार की बारात शुक्रवार को निकाली जानी थी. दरअसल, पूर्व में जब उसके भाई की बारात निकली थी तो ग्रामीणों ने मंदिरों में उन्हें प्रवेश करने से रोक दिया था. इसके बाद खासा विवाद हुआ था, जिसमें दूल्हे के परिजनों पर तलवार से हमला भी किया गया. उस दौरान भी बारात दूल्हे के साथ थाने पहुंची थी इसके बाद पुलिस ने गांव के ही 2 युवकों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था.
अब दीपक की बारात का समय आया तो फिर कोई घटना ना हो इसलिए दीपक के परिजनों ने हाल ही में एसएसपी रूचि वर्धन मिश्र से बारात के दौरान सुरक्षा मुहैया करने की मांग की थी. शुक्रवार को बारात का जैसे ही समय आया तो छपरा थाने की पुलिस थोड़ी गांव पहुंची और अपनी अभिरक्षा में बारातियों को लेकर विवाह की सारी रस्में पूर्ण कराईं . हालांकि, इस घटना के बाद अब गांव में सवर्ण समाज के लोगों में इन लोगों को लेकर खासा आक्रोश है.