इंदौर। सेंट्रल जेल में बंद कंप्यूटर बाबा से मुलाकात करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के वकील भी पहुंचना शुरू हो गए हैं. इसी क्रम में कंप्यूटर बाबा से मुलाकात करने सुप्रीम कोर्ट के वकील अजय पाल सिंह पहुंचे और मुलाकात करने के बाद उन्होंने जेल प्रबंधक पर कंप्यूटर बाबा का हरासमेंट करने के आरोप लगाया. अजय पाल का कहना है, जिस तरह से राज्य सरकार उन पर शिकंजा कस रही है. वह बेबुनियाद है और इन सभी बातों को लेकर जल्द ही कंप्यूटर बाबा की ओर से एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में भी दायर की जाएगी.
कम्प्यूटर बाबा से मिले वकील अजय पाल सिंह निर्भया और हाथरस मामले में कर चुके हैं पैरवी
बता दें कंप्यूटर बाबा से मिलने पहुंचे वकील अजय पाल सिंह के बारे में बताया जाता है कि इन्होंने निर्भया कांड और हाथरस के आरोपियों के पक्ष में पैरवी की थी. अब संभावना व्यक्त की जा रही है कि कंप्यूटर बाबा वाले मामले में भी अजय पाल सिंह पैरवी कर सकते हैं. फिलहाल यदि सुप्रीम कोर्ट के वकील अजय पाल सिंह की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में कंप्यूटर बाबा की ओर से याचिका दायर कर दी तो निश्चित तौर पर राज्य सरकार को कई तरह के जवाब देना पड़ सकते हैं.
क्या है मामला
कंप्यूटर बाबा के गोम्मटगिरी स्थित आश्रम पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जिला प्रशासन ने नगर निगम के साथ मिलकर की थी. बाबा पर 46 एकड़ गौशाला की जमीन पर कब्जे का आरोप है. कार्रवाई का विरोध करने पर पुलिस ने कंप्यूटर बाबा और उनके समर्थकों सहित सात लोगों को गिरफ्तार कर इंदौर के सेंट्रल जेल भेज दिया है. उसके बाद से लगातार कई मामले सामने आते रहे, जमानत के बाद भी उन्हें अन्य मामलों में गिरफ्तार किया जाने लगा था.
आठ नवंबर को पहला मामला दर्ज
दरअसल, पूर्व राज्यमंत्री और संत समाज के प्रदेश अध्यक्ष कंप्यूटर बाबा के खिलाफ सबसे पहले आठ नवंबर को अवैध कब्जे के मामले में कार्रवाई की गई. जिला प्रशासन ने नगर निगम के साथ मिलकर गोम्मटगिरी टेकरी पर कंप्यूटर बाबा के आश्रम पर जो अवैध अतिक्रमण किया था, उसे जमींदोज कर दिया. वहीं कार्रवाई के दौरान कई तरह की जब्ती भी पुलिस ने की है. पुलिस ने कंप्यूटर बाबा के आश्रम से बाइक के साथ कार भी जब्त की है.
13 नवंबर को दूसरा मामला दर्ज
कंप्यूटर बाबा को जिला न्यायालय से जैसे ही जमानत मिली, उसके कुछ ही घंटों बाद इंदौर की गांधीनगर पुलिस ने उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया और जेल में जाकर वापस गिरफ्तार कर लिया, जिसके चलते वह सालाखों के बाहर तक नहीं निकल सके.