इंदौर।बीजेपी की दूसरी सूची में नाम घोषित होने के बाद कैलाश विजयवर्गीय इंदौर 1 विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे. सबसे पहले उन्होंने इंदौर के बड़ा गणपति चौराहा पर मौजूद गणेश भगवान के दर्शन किए. इसके बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि अचानक उनके नाम की घोषणा हुई. जब उन्हें इस बात की जानकारी लगी तो वह भी एक बार सोच में पड़ गए, लेकिन जब लगातार कार्यकर्ताओं के फोन और पार्टी नेतृत्व से पता किया तो कंफर्म हो गया. पार्टी ने जो दिशा निर्देश दिए उसके बाद अब इच्छा हुई कि चुनाव लड़ लिया जाए. MP Election 2023
चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं थी :कैलाश विजयवर्गीय ने कहा "घोषणा होने के बाद भी अभी तक मैं अपने आपको उम्मीदवार नहीं मान रहा हूं. मेरा मन नहीं था चुनाव लड़ने का. पार्टी ने टिकट जरूर दे दिया लेकिन अंदर से खुश नहीं है. इसलिए लड़ने की इच्छा ही नहीं है. मेरी एक परसेंट भी इच्छा लड़ने की नहीं है. अपुन तो बड़े नेता हो गए हैं. भाषण देने की इच्छा रहती है. भाषण देना और निकल जाना, हाथ पांव जोड़ने का नहीं... यही सोचा था. हमने तो प्लान यह बनाया था कि रोज आठ सभाएं करनी हैं. प्लान बनाया गया था लेकिन जो सोचते हैं, क्या वही होता है. भगवान की जो इच्छा होती है, वह होती है. मैं एक बार फिर उम्मीदवार बन गया. मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि मुझे टिकट मिल गया और मैं उम्मीदवार बन गया." वहीं, कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान पर कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा कि ये है मध्य प्रदेश में भाजपा की हालत.