इंदौर।इंदौर में तेजी से जन सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ विभिन्न प्रोजेक्ट में लगने वाली राशि की उपलब्धता के लिए इंदौर नगर निगम अब शहर के ऐसे 5 लाख बड़े बकायेदारों से टैक्स की राशि वसूलना चाहता है, जिनसे करोड़ों की टैक्स वसूली अब तक नहीं हो पाई है. बुधवार को इस मामले को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान महापौर पुष्यमित्र भार्गव एवं राजस्व प्रभारी निरंजन सिंह चौहान ने इंदौर नगर निगम के टैक्स कलेक्शन ऑफिसर अथवा सहायक राजस्व अधिकारियों को ऑनलाइन अथवा जल्द से जल्द टैक्स की वसूली के लिए टेबलेट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.
प्रॉ़पर्टी का ऑनलाइन निरीक्षण :टैक्स कलेक्शन ऑफिसर अपने-अपने क्षेत्र के बकायादार और संपत्तियों का ऑनलाइन निरीक्षण करते हुए टैक्स की वसूली के लिए घर-घर जाएंगे. इसके अलावा लोक अदालतों के माध्यम से संपत्ति कर एवं जलकर में उपभोक्ताओं को मिलने वाली छूट का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोग ले सकें, इसके लिए शहर के सभी रहवासियों और बकायादार को दो-तीन दिन में sms करने के निर्देश दिए गए. अब इंदौर नगर निगम के राजस्व विभाग के वसूली अधिकारियों के पास अपने क्षेत्र के तमाम करदाताओं का संपूर्ण पता, मोबाइल नंबर एवं अन्य आवश्यक जानकारी रखने के साथ उन्हें टैक्स कलेक्शन के लिए अभियान चलाकर डोर टू डोर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं. टैक्स कलेक्शन ऑफिसर करदाताओ से संबंधित पूर्व की जानकारियो का डोर टू डोर वेरीफिकेशन करेंगे. आगामी दिनो में संपत्तिकर वसूली के सिस्टम के तहत कर की वसूली को ऑटो डेबिट करने के साथ ही करदाताओ की जानकारी से संबंधित डाटा को अपडेट करेंगे.