इंदौर। शहर में नाइट कल्चर के नाम पर नाइट क्लब में हो रही युवक-युवतियों की शराबखोरी और अश्लीलता को लेकर अब शहर की जनता, जन संगठनों के अलावा राज्य सरकार के मंत्री भी नाराज हैं. यही वजह है कि राज्य सरकार की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने मुख्यमंत्री द्वारा शुरू किए गए इंदौर के नाइट कल्चर तत्काल बंद करने की दलील दी है. उन्होंने यहा तक कह दिया कि ''रात में हुड़दंग करने वालों को मार-मारकर घर भेजना चाहिए. इंदौर में तांडव बर्दाश्त नहीं करेंगे.''
बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा नाइट कल्चर: संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने इंदौर में कहा कि ''इंदौर मां अहिल्या की पावन नगरी है, जो संस्कृति, संस्कार, आध्यात्मिकता और सात्विकता के लिए पहचानी जाती है. लेकिन इंदौर का नाइट कल्चर अब सारी सीमाओं का उल्लंघन कर रहा है.'' उन्होंने कहा ''जो बच्चे नाइट क्लब में रात में शराब पीकर अश्लीलता और हुड़दंग करते देखे जाते हैं यह उनके लिए भी दुखदाई है. साथ ही उनका अपने जीवन के साथ खिलवाड़ है. बच्चों के परिजनों के लिए भी यह दुखदाई है. इसलिए नाइट कल्चर से जितनी जल्दी हो सके मुक्ति जरूरी है.''
हुड़दंग करने वालों को मार-मार कर घर भेजो: राज्य सरकार द्वारा और खासकर मुख्यमंत्री की इच्छा पर शुरू किए गए नाइट कलर को बंद करने के सवाल पर संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर का कहना था कि ''यह मैकाले की शिक्षा पद्धति का परिणाम है, हम छात्रों को पल भर में संत और सात्विक नहीं बना सकते. इसलिए रात में यदि कोई 10:00 बजे सार्वजनिक तौर पर शराबखोरी, अश्लीलता और हुड़दंग करता हुआ पाया जाए तो ऐसे लोगों को मार-मार कर घर भेजना चाहिए. नाइट क्लब की गतिविधियों की भी कोई सीमा होना चाहिए. इस तरह की गतिविधियों को शहर में नियंत्रित किया जाना जरूरी है.''