प्याज के निर्यात पर PCSPORT DUTY लगाने से नाराज चल रहे किसानों ने इंदौर में कलेक्ट्रोरेट में ज्ञापन सौंपा, साथ ही बड़ी संख्या में प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने अल्टीमेंटम दिया है कि अगर केंद्र सरकार ने ड्यूटी नहीं हटाई तो आगामी चुनाव में किसानों का सपोर्ट मिलना मुश्किल हो जाएगा.
इंदौर में किसानों का प्रदर्शन
इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में किसान केंद्र सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं. उन्होंने चेतावनी दी है, कि अगर केंद्र सरकार ने मांग को नहीं माना तो किसान संघ जिला स्तर पर सांसदों का घेराव करेगा. दरअसल, प्याज के निर्यात पर पीसीएसपोर्ट डयूटी लगाए जाने से सभी किसान नाराज हैं.
उन्होंने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार के फैसले से प्रदेश भर के काश्तकार अपना प्याज सपोर्ट नहीं कर पाएंगे. इससे मंडियों में सस्ती दरों पर प्याज को बेचना उनकी की मजबूरी होगी, साथ ही आर्थिक घाटा भी झेलना पड़ेगा. इस ड्यूटी को बरकरार रखने और न रखने को लेकर केंद्र सरकार से अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है. संघ के सदस्यों ने इंदौर कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा.
इधर, भारतीय किसान संघ के इंदौर जिला अध्यक्ष कृष्णपाल सिंह राठौड़ और जिला मंत्री धर्मेंद्र चौधरी ने कहा कि प्याज की कीमत पर लगाम लगाने के लिए केंद्र में बैठी मोदी सरकार ने प्याज के निर्यात पर 40% एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाई है. इससे प्याज के भाव मंडियों में कम हो रहे हैं. जिस वजह से भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है. पिछले 3 सालों से प्याज की फसल से काफी नुकसान हुआ है.
केंद्र सरकार को दी चेतावनी:किसान जिला अध्यक्ष की मानें तो केंद्र सरकार अगर भला चाहती है, तो जल्द प्याज के निर्यात पर लगाई एक्सपोर्ट ड्यूटी को हटाए. अगर मांग नहीं मानी गई, तो आने वाले समय में सभी सांसदों का घेराव करेंगे. साथ ही बड़ा आंदोलन करेंगे. इससे पहले गेहूं के निर्यात पर भी इस तरह के फैसले पर सरकार से खासे नाराज हैं. साथ ही आगामी चुनाव में सरकार को सपोर्ट मिलना मुश्किल हो जाएगा.