इंदौर। मध्य प्रदेश में चुनाव के आते ही अब विपक्षी दल कांग्रेस, भाजपा सरकार को मुख्यमंत्री की वह घोषणाएं याद दिला रहा है जो मुख्यमंत्री ने अपने बीते कार्यकाल में की थीं, लेकिन आज तक पूरी नहीं हो सकी. इंदौर में कांग्रेस ने इसके लिए 90 दिन के लिए 90 सवाल तैयार किए हैं जो भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा से लेकर 5 दिसंबर तक पूछे जा रहे हैं. यह बात और है कि भाजपा फिलहाल इन घोषणाओं के क्रियान्वयन को लेकर जवाब देने की स्थिति में नहीं है.
वादों को वायरल करने का अभियान: प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राकेश सिंह यादव ने शिवराज सरकार के कार्यकाल में किए गए विभिन्न दावों और वादों को रोज वायरल करने का अभियान चला रखा हैं 3 सितंबर से उनके द्वारा लगातार रोज एक घोषणा वायरल की जा रही है जो शिवराज सरकार द्वारा की गई है. दरअसल यह घोषणाएं अब तक अधूरी है और चुनावी मौसम में कांग्रेस इन पर जवाब चाहती है. कांग्रेस का आरोप है कि जो घोषणाएं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2018 में की थी इसके अलावा अपने चुनावी घोषणा पत्र में जो वादे किए थे चाहे वह स्कूलों में स्मार्टफोन बांटने के वादे हो या मध्यम आयु वर्ग बनाने के वे अब तक अमल में नहीं लाया जा सका.
वादों को शिवराज सरकार ने नहीं किया पूरा: इसके अलावा शिवराज सरकार ने मालवा निर्माण प्राधिकरण बनाने की भी घोषणा की थी, उसे पर भी कोई काम नहीं हुआ. लेकिन अब उल्टे भाजपा और शिवराज सरकार बिना अपनी घोषणा और वादों को पूरे किए ही जन आशीर्वाद यात्रा निकालकर उन मतदाताओं से आशीर्वाद मांग रही है. जिन्हें झूठे वादे करके छला गया है. राकेश सिंह यादव का आरोप यह भी है कि ''सरकार की घोषणाएं पूरी नहीं होने के बावजूद अब जबकि इस मसले पर जवाब मांगा जा रहा है तो कोई भी जवाब देने की स्थिति में नहीं है. यह सरकार का अहंकार और जनता के प्रति जिम्मेदारी दर्शाता है जिसे आगामी चुनाव में जनता खुद बदला लेगी.''