इंदौर। कोरोना संकट काल में हर इंसान गरीब, बेसहारा और मजदूरों की तरफ मदद का हाथ बढ़ा रहे हैं. मध्यप्रदेश सरकार रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों में गए प्रवासी मजदूरों की सुरक्षित घर वापसी कराने की कोशिश कर रही है, अब हाईकोर्ट के जज भी मजदूरों की सेवा करने के लिए आगे आ गए हैं, इंदौर बाई पास से गुजर रहे मजदूरों को हाईकोर्ट जज प्रकाश श्रीवास्तव और जिला एवं सत्र न्यायाधीश शिवकुमार शर्मा सहित कई जज ने पानी की बांट रहे हैं. साथ ही राहत सामग्री का वितरण भी किए.
इंदौर बाई पास पर प्रवासी मजदूरों को खाना-पानी बांटते दिखे हाई कोर्ट के न्यायाधीश - एमपी प्रवासी मजदूर
मध्यप्रदेश के रास्ते दूसरे राज्यों को जा रहे प्रवासी मजदूरों को इंदौर बाई पास पर हाई कोर्ट के न्यायाधीश खाना-पानी और राशन बांट रहे हैं.
इंदौर बाई पास पर पैदल चलने वाले मजदूरों की संख्या में कमी तो आई है, लेकिन अभी भी कई मजदूर अपने साधनों से महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों की तरफ जा रहे हैं. जो इंदौर बाई पास से होकर गुजरते हैं. रास्ते में किसी प्रकार की उन्हें तकलीफ न हो, इसके लिए बाई पास पर लगातार कई सामाजिक संगठन और सरकार की तरफ से उन्हें खाने के पैकेट और पानी की बोतल के अलावा जूते-चप्पल की व्यवस्था की जा रही है.
इस सेवा में अब इंदौर के हाईकोर्ट के न्यायाधीश भी शामिल हो गए हैं. न्यायधीश और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सभी सदस्य बाई पास स्थित राउ सर्किल पर पहुंचे. जहां उन्होंने रास्ते से गुजर रहे मजदूरों को बिस्किट-पानी की बोतल और अन्य राहत सामग्री बांटी. ये कैंप पिछले 5 दिनों से लगातार लगाया जा रहा है. जिसका खर्च हाईकोर्ट के कई न्यायाधीश उठा रहे हैं. न्यायाधीशों की समाजसेवा देख हर कोई आश्चर्यचकित है और लोगों की मदद करने की सीख भी ले रहे हैं.