इंदौर/देवास। देवास के बागली में वन विभाग में पदस्थ रेंजर बिहारीलाल सिकरवार के इंदौर सके बंगाली चौराहे स्थित घर पर EOW ने छापेमार कार्रवाई की है. 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ाए बिहारीलाल सिकरवार की संपत्ति की जांच में करोड़ों की संपत्ति होने का खुलासा हुआ था. इसके बाद EOW ने रेंजर के अन्य ठिकानों पर छापेमारी की है. जिसमें करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा होने की उम्मीद है.
रेंजर के घर पर कार्रवाई जारी 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ाया
EOW ने सरपंच की शिकायत पर रेंजर को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. इस दौरान EOW को कार्यालय से 2 लाख 24 हजार रुपए नगदी के अलावा रेंजर के ठिकानों से करोड़ों की संपत्ति के दस्तावेज मिले थे. हालांकि EOW की तरफ से अभी तक खुलासा नहीं किया गया है कि रेंजर के पास से कितनी अवैध संपत्ति होने की जानकारी मिली है, लेकिन जल्द इस मामले में खुलासा होने की उम्मीद है.
इंदौर में बना रेंजर का आलीशान घर पहले भी विवादों में रहा है बिहारी लाल सिकरवार
2018 में दमोह में पोस्टिंग के दौरान रेंजर बिहारी लाल सिकरवार पर काले हिरण का शिकार करने का आरोप लगा था. उस दौरान भी बिहारी लाल को गिरफ्तार किया गया था. इस बार बिहारीलाल सरपंच से रिश्वत लेते हुए पकड़ाया है. सरपंच ने यह भी आरोप लगाए हैं कि वह अभी तक रेंजर बीएल यादव को 1 लाख 20 हजार रुपए दे चुका था.
20 हजार की रिश्वत लेते पकड़ाया वन विभाग का रेंजर 500 रुपए से की थी नौकरी की शुरुआत
रेंजर बिहारीलाल ने वन विभाग में साल 1984 में 500 रुपए की तनख्वाह पर नौकरी की शुरुआत की थी. 37 साल की नौकरी में रेंजर करोड़ों की संपत्ति का मालिक बन गया. बताया जा रहा है कि रेंजर इंदौर में जिस बंगले में रहता है वह काफी आलीशन है और उसकी कीमत करोड़ों में है. इसके अलावा रेंजर के पास करोड़ों की कीमत की जमीन के दस्तावेज भी मिले हैं. रेंजर बिहारीलाल के रिटायरमेंट में 10 महीने का ही समय बचा था कि वह EOW के हत्थे चढ़ गया.
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छापेमारी करने पहुंचे EOW के डीएसपी अजय कैथवास ने बताया कि "रेंजर बिहारीलाल सिकरवार के खिलाफ सरपंच ने रिश्वत की मांग करने की शिकायत की थी. ट्रैप करके रेंजर को 20 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा है. रेंजर के घर पर तलाशी लेने पर 2 लाख 40 हजार रुपए नगद मिले हैं. अगर आय से अधिक संपत्ति का खुलासा होगा तो उस मामले में अलग से केस दर्ज किया जाएगा."