इंदौर। एरोड्रम थाना क्षेत्र के रुकमणी नगर में एक डबल हत्याकांड का मामला सामने आया है. इस पूरे ही मामले में पुलिस को एक लेटर मिला है, जो उनकी बेटी ने लिखा है. इस लेटर में बेटी ने इस बात का जिक्र किया है कि उसने ही अपने माता और पिता की हत्या की वारदात को अंजाम दिया है. लेटर मिलने के बाद पुलिस इस पूरे मामले में काफी बारीकी से जांच-पड़ताल कर रही है. वहीं जो लेटर मिला है, उसकी हैंडराइटिंग की भी जांच करवाई गई है. हैंड राइटिंग परीक्षण के बाद पुलिस को सौंपी गई रिपोर्ट में यह साफ हो गया है कि लेटर उनकी बेटी ने ही लिखा है. जानकारी के मुताबिक जिस युवक के साथ मिलकर बेटी ने वारदात को अंजाम दिया है, वो पूर्व उप सरपंच है.
बेटी ने दोस्त के साथ मिलक दिया वारदात को अंजाम
इस घटना के बाद बताया जा रहा है कि आरक्षक की बेटी की दोस्ती क्षेत्र के किसी युवक से थी. अक्सर वह उस युवक से फोन पर बात करती थी. संभावना व्यक्त की जा रही है कि पिछले दिनों बेटी के फोन पर युवक से बात करने की वजह से आरक्षक का युवक से विवाद हुआ था. ऐसा कहा जा रहा है कि उस विवाद के कारण इस पूरे घटनाक्रम को उस युवक ने ही अंजाम दिया है. फिलहाल पुलिस बारीकी से मामले की जांच-पड़ताल में जुटी हुई है.
दो दिन पहले की प्लानिंग
जानकारी के मुताबिक इस वारदात को अंजाम देने के लिए बेटी ने अपने दोस्त के साथ मिलकर दो दिन पहले से प्लानिंग की थी. फिर योजनाबद्ध तरीके से गुरुवार अलसुबह इस वारदातको अंजाम दे दिया. अंजाम देकर दोनों फरार हो गए हैं. बेटी का मित्र धनंजय यादव के बारे में यह भी बताया जा रहा है कि वह पूर्व उपसरपंच है. वहीं आरक्षक की बेटी से उसकी जान पहचान भी क्षेत्र की एक दुकान से हुई थी, इसके बाद वह अक्सर आरक्षक की बेटी से फोन पर बात करते रहता था. इस बात की जानकारी भी आरक्षक को लग गई थी. जिसकते बाद उसका पूर्व उपसरपंच से विवाद भी हुआ था. उसी विवाद के बाद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बेटी और उसके मित्र ने ही इस हत्याकांड को अंजाम देने की प्लानिंग की और फिर योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम देकर फरार हो गए.
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बेटी ने लिखा कबूल नामा
पुलिस को घटनास्थल से एक लेटर भी मिला है, जिसमें आरक्षक की बेटी ने इस बात का जिक्र किया है कि उसने ही इस पूरे हत्याकांड को अंजाम दिया है. और उसे ढूंढने की कोशिश न की जाए. फिलहाल पुलिस ने घटनास्थल से उस लेटर को जब्त कर लिया है. कहा जा रहा है कि लेटर में जो जानकारी लिखी है, उसमें कुछ भ्रमिक जानकारी है. बेटी ने लेटर में अपने पिता पर शारीरिक शोषण करने के आरोप लगाए हैं. साथ ही कहा है कि इसमें उसकी मां भी साथ देती थी, जिस कारण वह काफी पेरशान हो गई थी. उसके बाद बेटी ने इस वारदात को अंजाम देने की ठानी. फिलहाल पुलिस इस मामले में बेटी की तलाश में जुटी हुई है.
वारदात को अंजाम देने से पहले बंद किए CCTV
मामले में पुलिस काफी बारीकी से जांच करने में जुटी हुई है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक हत्या की वारदात को अंजाम देने से दो दिन पहले ही घर पर लगे CCTV कैमरों को भी बंद कर दिया गया था. जिस कारण घटनास्थल पर कौन आया, किस तरह से आया और कब घटना को अंजाम देकर फरार हुए इसके बारे में जानकारी पुलिस को नहीं मिल पा रही है. इसके अलावा जब पुलिस ने बेटी के मोबाइल फोन की लोकेशन खंगाली तो वह लोकेशन भी पुलिस को बंद मिली. इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि वारदात को अंजाम देने से पहले ही बेटी ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया था.
वारदात को अंजाम देकर कुत्ते को लेकर बेटी निकली घूमने
बेटी ने ही जिस समय अपने माता और पिता की हत्या की वारदात को अंजाम दिया, उस समय उसका मित्र धनंजय यादव अंदर ही मौजूद था. वहीं यह भी संभावना व्यक्त की जा रही है कि दोनों मिलकर बॉडी को ठिकाने लगाने की भी योजना बना रहे थे, लेकिन वारदात को अंजाम देने में काफी समय लग जाने के कारण और सुबह हो जाने के कारण वह लाश को ठिकाने नहीं लगा पाए. वारदाक को अंजाम देने के बाद बेटी ने घर के बाहर कुत्ते को भी घुमाया और आसपास देखा कि आसपास के कितने लोग उठ गए हैं. इसके बाद वह कुत्ते को घर की छत पर बांधकर अपने मित्र के साथ फरार हो गई.