इंदौर।अगर ठान लो तो कोई भी काम नामुमकिन नहीं होता है. लक्ष्य की प्राप्ति के लिए जरूरत होती है तो सिर्फ और सिर्फ हौसले और मेहनत की. इस बात को साबित कर दिखाया है, इंदौर की 13 साल की तनिष्का ने. तनिष्का ने महज 13 साल की उम्र में DAVV में उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए एडमिशन लिया है.
स्कूल ऑफ सोशल साइंस में लिया एडमिशन
तनिष्का ने DAVV(देवी अहिल्या विश्वविद्यालय) के स्कूल ऑफ सोशल साइंस में उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए एडमिशन लिया है. तनिष्का ने राज्यपाल की विशेष अनुमति के बाद 10वीं और 12वीं की परीक्षा एक-एक साल के अंतराल में उत्तीर्ण की है, जिसके बाद अब तनिष्का अब ग्रेजुएशन कर रही हैं.
12 साल की उम्र में की 12वीं कक्षा पास
तनिष्का ने 12 साल की उम्र में 12वीं कक्षा पास कर ली है. तनिष्का जब 5 साल की थी, तब से वो पढ़ाई में काफी तेज थी. तनिष्का के माता-पिता उसे आगे की पढ़ाई के लिए मोटिवेट करते रहे. पिता ने उसके लिए वेब मेडिटेशन का कोर्स भी करवाया था, जिससे उसके दिमाग की शक्ति को बढ़ाया जा सके. इस कोर्स के बाद तनिष्का ने महज 9 साल की उम्र में दसवीं कक्षा की तैयारियां शुरू की. फिर 11 साल की उम्र में दसवीं पास की और 12 साल की उम्र में 12वीं की परीक्षा देकर पास हुईं.
राज्यपाल से ली थी विशेष अनुमति
तनिष्का ने बताया कि उनके माता-पिता ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए विशेष अनुमति ली थी. यह अनुमति राज्यपाल ने दी थी. पांचवी कक्षा के बाद सीधे तनिष्का ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं दीं. हालांकि 10वीं की परीक्षा की अनुमति से पहले 9वीं कक्षा के लिए टेस्ट दिया था, जिसमें 84 प्रतिशत अंक लाकर वो पास हुई. इस रिजल्ट के आधार पर राज्यपाल ने तनिष्का को 10वीं की परीक्षा देने के लिए अनुमति दी थी.