इंदौर।शहर में कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है. पुलिस लगातार दवा की कालाबाजारी करने वाले आरोपियों को पकड़ने में जुटी हुई है. इसी कड़ी में कनाडिया पुलिस ने सोमवार को एक निजी हॉस्पिटल के कर्मचारी को इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में गिरफ्तार किया है. इसके अलावा पुलिस मामले में बारीकी से पूछताछ भी कर रही है.
छिंदवाड़ा में रेमडेसिविर की किल्लत, 3 दिन से नहीं मिल रहे इंजेक्शन
- नोबेल अस्पताल में टेक्नीशियन है आरोपी
इंदौर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोप में रविवार रात नोबेल अस्पताल के एक टेक्नीशियन को पुलिस ने अरेस्ट किया है. आरोपी के पास से दो इंजेक्शन मिले है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी इंजेक्शनों को महंगे दामों पर बेच रहा था. वहीं, इस मामले पर कनाडिया टीआई राजीव भदोरिया ने बताया कि पकड़े गए युवक का नाम पंजाब सिंह है, वह नोबेल अस्पताल में टेक्नीशियन है. उसके बारे में सूचना मिली थी कि वह रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहा है और सूचना के आधार पर पुलिस ने घेराबंदी कर उसे पकड़ा है.
- 26 हजार में इंजेक्शन बेचने की कोशिश
पुलिस पूछताछ में यह बात सामने आई है कि पकड़ा गया आरोपी इंजेक्शन को 26 हजार रुपए में बेचने की योजना बना रहा था और एक व्यक्ति से उसने डील भी कर ली थी लेकिन उसी दौरान पुलिस को मामले की सूचना मिल गई, तत्पश्चात पुलिस ने उन पर कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.